‘सबको शिक्षा’ ही मप्र सरकार का विकास मंत्र : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शिक्षा मनुष्य के समग्र विकास की धुरी है और ‘सबको शिक्षा’ ही राज्य सरकार का विकास मंत्र है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के हर बच्चे तक शिक्षा का प्रकाश पहुंचाने के हरसंभव प्रयास किए हैं। केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि प्रतिभावान विद्यार्थियों को नई तकनीक और नई शिक्षा पद्धति से जोड़कर उनके उज्जवल भविष्य की नींव भी रखी जा रही है। प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप देकर हम प्रदेश का एक बेहतर और स्वर्णिम भविष्य गढ़ने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में लैपटॉप प्रोत्साहन राशि अंतरण के राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 में कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत या इससे अधिक अंक लाने वाले प्रदेश के 94,234 मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप क्रय करने के लिए 235 करोड़ रुपये से अधिक की राशि अंतरित की। योजना के तहत लैपटॉप खरीदने के लिए प्रत्येक पात्र विद्यार्थी को 25-25 हजार रुपये डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए उनके बैंक खातों में सिंगल क्लिक के जरिए हस्तांतरित किये गये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अगले साल से प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि के स्थान पर 25 हजार रुपए मूल्य के और अधिक गुणवत्ता वाले अपडेटेड लैपटॉप देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मंच से 15 मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने खुद सेल्फी लेकर सभी बच्चों का उत्साहवर्धन भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रतिभाओं को सम्मान देना और स्वर्णिम भविष्य की संभावनों को पोषित करना और हर संभव सहायता करना प्रदेश सरकार का दायित्व है। योजना के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले जिन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए राशि दी गई है, उनमें 60 प्रतिशत छात्राएं और 40 प्रतिशत छात्र शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी बेटियां चुनौतियों को पार करते हुए हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अब हमारे विद्यार्थी आधुनिक तकनीक से लैस होकर बेहतर तरीके से पढ़ाई कर सकेंगे। लैपटॉप सिर्फ एक उपकरण नहीं, बल्कि यह सुनहरे भविष्य की तैयारी का सशक्त माध्यम है।
शासकीय स्कूलों का परीक्षा परिणाम निजी स्कूलों से रहा अधिक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार स्कूल शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है और शासकीय स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी का परिणाम है कि इस वर्ष शासकीय स्कूलों में बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट 52 प्रतिशत और निजी स्कूलों में 48 प्रतिशत रहा है। वर्ष 2025 में सरकारी स्कूलों के लगभग 49 हजार और निजी स्कूलों के 44 हजार से अधिक विद्यार्थियों को प्रोत्साहन योजना के तहत लैपटॉप का लाभ मिला है। यह योजना 2009 में शुरू की गई थी, तब 85 प्रतिशत प्राप्तांक की सीमा तय की गई थी और मात्र 500 विद्यार्थियों को लैपटॉप राशि बांटी गई थी, लेकिन आज प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की संख्या 94 हजार 234 हो गई है। राज्य सरकार ने बोर्ड परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर हाल ही में 15 हजार 600 मेधावी विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की है।
मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में भी सहयोग कर रही सरकार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को स्कूल से आगे उच्च शिक्षा में भी सरकार पूर्ण सहयोग प्रदान कर रही है। मेधावी छात्र-छात्राओं की मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की पूरी फीस सरकार की ओर से भरी जा रही है। अगर कोई विद्यार्थी नीट प्रवेश परीक्षा पास कर लेता है, तो उसकी चिकित्सा शिक्षा नि:शुल्क हो जाती है। पूरे कोर्स की करीब 80 लाख रुपये फीस राज्य सरकार भर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए अनेक निर्णय लिए हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि स्कूल शिक्षा की बेहतरी के लिए हमारी सरकार ने अधोसंरचनात्मक विकास के साथ-साथ आधुनिक तकनीक के उपयोग को भी बढ़ावा दिया है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में जनजातीय कार्य, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि मेधावी विद्यार्थियों को आगे की पढ़ाई के लिए लैपटॉप देने की राज्य सरकार की यह पहल मील का पत्थर साबित होगी।
इस अवसर पर सांसद भोपाल आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, भगवानदास सबनानी, विधायक जबलपुर अभिलाष पांडे, महापौर भोपाल मालती राय, आयुक्त लोक शिक्षण शिल्पा गुप्ता सहित रवींद्र यति, जनप्रतिनिधि सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी, शिक्षक, लैपटॉप के लिए प्रोत्साहन राशि पाने वाले विद्यार्थी और उनके परिजन भी उपस्थित थे।
इन 15 मेधावी विद्यार्थियों को मिला लैपटॉप
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मेधावी विद्यार्थी मैहर जिले के प्रियल द्विवेदी (492 अंक), सतना जिले के हर्ष पाण्डे (490 अंक), रीवा जिले के अंकुर यादव (489 अंक), सीधी जिले के अभय सिंह (489 अंक), रीवा जिले के आर्यन पाण्डे जिला रीवा (488 अंक), शहडोल जिले की कु. हिना देवी (488 अंक), भोपाल जिले की कु. निशु पंडित (487 अंक), भोपाल जिले के प्रांजल कुशवाह (487 अंक), छिंदवाड़ा जिले के हरिओम साहू (486 अंक), डिण्डोरी जिले के रघुवीर गौतम (484 अंक), दमोह जिले की कु. गार्गी अग्रवाल (484 अंक), सीधी जिले के दिव्यांशु तिवारी (484 अंक) सतना जिले की कु. दीपिका सिंह (483 अंक), सीहोर जिले के पार्थ राठौर (483 अंक) एवं भिण्ड जिले की कु. योग्यता टंक (478 अंक) को मंच से लैपटॉप प्रदान किए। इन विद्यार्थियों ने कुल 500 अंकों में से ये अंक पाए हैं।
स्वागत उद्बोधन में सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. संजय गोयल ने बताया कि लैपटॉप के तहत गत वर्ष की संख्या से इस वर्ष करीब 4500 से अधिक विद्यार्थी बढ़ गए हैं। यह तथ्य साबित करता है कि हमारे शासकीय स्कूलों में कितनी अच्छी और बेहतर तरीके से पढ़ाई कराई जा रही है।