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इंदौर । "यही समय है, सही समय है" विद्यार्थियों को यह मूल मंत्र देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज किताबी ज्ञान भले ही पूरा हुआ हो, परंतु दीक्षांत के बाद स्वाध्याय, मनन और चिंतन सतत् जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बदलते दौर में भारत में बहुत से उल्लेखनीय काम हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। हमारी नई पीढ़ी तकनीकी रूप से दक्ष बने और देश के विकास और समग्र मानव समाज के कल्याण में अपना योगदान सुनिश्चित करे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को इंदौर में सिम्बायोसिस स्किल यूनिवर्सिटी के छठवें दीक्षांत समारोह को संबोधित रहे थे। उन्होंने इज़राइल का उदाहरण देते हुए कहा कि तकनीकी ज्ञान के बल पर ही इज़राइल अनेक चुनौतियों से पार पाया है। हमें भी अपनी क्षमता और तकनीकी दक्षता को शिखर तक ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि नैतिकता सदा ही सर्वोपरि रहती है। शिक्षा के साथ संस्कारों की दीक्षा भी ज़रूरी है। उन्होंने समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और जीवन में आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विश्व विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण शिखर हैं, किन्तु सिम्बायोसिस समूह जिन्होंने तकनीकी दक्षता और तकनीकी क्षेत्र में विश्वविद्यालय स्थापित किया है, यह और भी महत्वपूर्ण योगदान हो जाता है। उन्होंने प्रो चांसलर डॉ. स्वाति मजूमदार की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिका को छोड़कर भारत में शिक्षा को अपना जीवन समर्पित किया है। इसके पूर्व सिम्बायोसिस तकनीकी विश्वविद्यालय की प्रो चांसलर डॉ. स्वाति मजूमदार ने स्वागत भाषण दिया और कुलगुरु डॉ. विनीत नायर ने संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। दीक्षांत समारोह में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, डॉ. भारत शरण सिंह भी मंचासीन थे।
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