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गाजीपुर । मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के शेखपुर में रविवार को भाजपा प्रत्याशी पारसनाथ राय, बलिया जिले के बैरिया में भाजपा प्रत्याशी नीरज शेखर के समर्थन में आयोजित जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और समाजवादी विचारधारा के लोग न भगवान श्रीराम को मानते हैं, न श्रीकृष्ण को मानते हैं, न श्रीमद भागवत गीता को मानते हैं और न ही गाय को मानते हैं, लेकिन वोट मांगने के लिए आ जाते हैं। जिस तरह से रावण ने नकली साधु का रूप धारण करके सीता माता का हरण किया था, इसी तरह ये लोग भी नकली भेष बनाकर वोट मांगने के लिए आ रहे हैं। 10-10 मुंह से बोलने वाले घमंडिया गठबंधन का भरोसा नहीं है कि कौन क्या बोलेगा? ये घमंडिया गठबंधन के लोग सनातन संस्कृति को कोसते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी भरकर अपशब्द कह रहे हैं। भगवान श्रीराम के जन्म के प्रमाणों को मांगने वालों को इस बार जनता सबब सिखाएगी।
हम धर्म की बातें करते हैं तो इनको परेशानियां होती है
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हम जब भी धर्म की बातें करते हैं तो कांग्रेस और समाजवादियों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। ये लोग हमको कोसते हैं कि हम धर्म की बातें क्यों कर रहे हैं? ये लोग भगवान श्रीराम पर प्रश्न उठाते हैं, श्रीकृष्ण पर प्रश्न उठाते हैं। भगवान श्रीराम के जन्म के प्रमाण मांगते हैं, लेकिन ये भगवान को नहीं मानते हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि कांग्रेस और इसके घमंडिया गठबंधन के लोगों ने भगवान श्रीराम का आमंत्रण भी ठुकराया था। ये लोग भगवान श्रीराम की संस्कृति को मिटाने में लगे हैं। इस बार देश की जनता भी इनको पूरी तरह से ठुकराने वाली है।
युवाओं के लिए नहीं, बल्कि मतदाताओं को लूटने का उद्योग चलाते हैं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि गाजीपुर में कोई फैक्ट्री नहीं है। उद्योग यहां चलता नहीं है, क्योंकि यहां एक ही परिवार के लूट का उद्योग चलता है। कोई हथियार के बल पर तो कोई पैसों के बल पर लूटता है। आतंक का तांडव मचा रखा है। याद रखना जितना भी तांडव करोगे अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में हर बात का हिसाब होगा। गाजीपुर से लेकर पूरे देश में आतंकवाद था। देश में रहकर पाकिस्तान के लिए नारे लगाते थे। देश का खाते थे और पाकिस्तान के गुणगान गाते थे। उस पाकिस्तान को घर में घुसकर मारने की हिम्मत भाजपा की सरकार ने की है। कांग्रेस का एक परिवार वर्षों से उत्तरप्रदेश के अमेठी का प्रतिनिधित्व करता रहा है। इनकी कई पीढ़ियां यहां से चुनाव लड़ती रही हैं, लेकिन वे क्षेत्र में युवाओं के लिए उद्योग तक नहीं लगवा सके। वे यहां पर सिर्फ मतदाताओं को लूटने का उद्योग चलाते रहे। इन्होंने पहले अमेठी को बर्बाद किया था और अब रायबरेली को भी बर्बाद करने के लिए आ गए हैं। पिछली बार केरल पहुंचे थे, लेकिन इस बार वहां से भाग आए हैं।
20-25 परिवार ने ही कर रखी है ठेकेदारी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पूरे देश में 20-25 परिवार हैं और सारे पद इन्हीं 20-25 परिवार को मिलते हैं। किसी दूसरे को अवसर नहीं मिलता है। यह लोकतंत्र पर एक तरह से कलंक है, इसका निपटारा होना जरूरी है। एक तरफ भाजपा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास पर काम करती है। एक गरीब परिवार का चाय बेचने वाला बेटा भाजपा में प्रधानमंत्री बनता है, एक गरीब, मजदूर परिवार का बेटा मुख्यमंत्री बनता है, कोई गरीब मंत्री, सांसद, विधायक बनता है। लोकतंत्र का गौरव ऐसा होना चाहिए।
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