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भोपाल। मध्य प्रदेश के बालाघाट में सोमवार को बैलेट पेपर से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। इसके बाद से ही मामले में सियासत गर्मा गई है। नोडल अफसर हिम्मत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ है। कांग्रेस जिला कलेक्टर को सस्पेंड करने की मांग कर रही है। पूरे मामले को लेकर बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर जारी है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अधिकारी और कर्मचारियों से कहा कि वह अभी निर्वाचन आयोग के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं। इसलिए किसी तरह का कोई गैरकानूनी काम न करें।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर कहा पारदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा लोकतंत्र के बुनियादी उसूल हैं। कल बालाघाट में डाक मतपत्रों को जिस तरह से खोला गया, वह गंभीर कदाचरण है। उसके बाद सरकारी मशीनरी और जिम्मेदार अधिकारियों ने जिस तरह से इस कृत्य को सही साबित करने की कोशिश की, वह और भी अक्षम्य अपराध है। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारी और कर्मचारियों को याद दिलाना चाहता हूं कि इस समय वह निर्वाचन आयोग के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं, जो मध्य प्रदेश सरकार से अलग एक स्वायत्त संस्था है। वे इस समय किसी पार्टी या मंत्री के मातहत काम नहीं कर रहे हैं। इसलिए सभी अधिकारी कर्मचारियों से निवेदन है कि वह किसी भी असंवैधानिक या गैरकानूनी आदेश का पालन न करें और सिर्फ वही कार्य करें जो करना उनका प्रशासनिक दायित्व है। एक-एक अधिकारी और कर्मचारी की कार्यप्रणाली की रिपोर्ट जनता के पास है।
कमलनाथ ने कहा कि मैं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से भी आग्रह करता हूं कि वह अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए कड़े से कड़े संघर्ष के लिए तैयार रहें। 3 दिसंबर को मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर जनता की मोहर लग जाएगी। इसलिए वे निर्द्वंद्व होकर अपने कार्य में जुट जाएं। सत्यमेव जयते।
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