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जबलपुर। संसद के मानसून सत्र 2023 के बारे में लोकसभा सचेतक एवं जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने शुक्रवार को एक पत्रकार वार्ता आयोजित करते हुए संसद के मानसून सत्र की कार्रवाई को जनता के समक्ष रखा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के घमंडिया गठबंधन का रवैया अब संपूर्ण देश के सामने आ चुका है। मणिपुर हिंसा की आड़ में संसद की कार्यवाही को बाधित करने का षड्यंत्र भी विपक्ष ने रखा।| अनेक बाधाएं पैदा करने के बाद भी विपक्ष के घमंड या गठबंधन का षड्यंत्र विफल हुआ। उन्होंने मोदी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियां बताते हुए कहा की सरकार ने सेवा सुशासन और गरीब कल्याण पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत को अमृत काल में ले जाने के लिए अपने कदमों को मजबूती से आगे बढ़ाया है। इस मानसून सत्र में लोकसभा और राज्यसभा के साथ 25 सरकारी विधेयक प्रस्तुत किए गए जिनमें से 23 विधेयक दोनों सदनों में बहुमत से पारित हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव और देश में हाल की सभी घटनाओं के खिलाफ संसद में सबसे लंबे भाषणों में से एक भाषण दिया जो 2 घंटे से अधिक समय तक चला गृह मंत्री अमित शाह ने अविश्वास प्रस्ताव मुद्दे पर विपक्ष को जवाब देते हुए सभी को करारा जवाब दिया और यह बताया कि मोदी सरकार ने मणिपुर मुद्दे को कैसे संभाला है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा यह जातिय हिंसा है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। मानसून सत्र के कुछ सकारात्मक पक्ष बताते हुए सांसद राकेश सिंह ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव इंडिया के विपक्ष के सदस्यों द्वारा लाया गया था। इसमें बहस में भाग लेने वाले 59 सदस्य शामिल रहे। सदन में प्रत्येक सदस्य को बोलने के लिए पर्याप्त समय दिया गया और चर्चा के उपरांत उसे सदन में बहुमत से अस्वीकार कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष ने इंडिया के टुकड़े कर दिए यूपीए को यह लगता है कि देश का नाम इस्तेमाल करके अपने विश्वास को बढ़ाया जा सकता है ।सांसद राकेश सिंह ने मानसून सत्र में हुए संपूर्ण घटनाक्रम को वर्णित किया।
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