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ग्वालियर/जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर और ग्वालियर में गुरुवार को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने बेरोजगारी, महंगाई और पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी समेत कई घोटालों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। जबलपुर में पुलिस ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया, कई कार्यकर्ता घायल हो गए। वहीं, ग्वालियर में भी पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को वाटर कैनन का प्रयोग कर खदेड़ा। पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है।
जबलपुर में एनएसयूआई कार्यकर्ता गुरुवार को प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश कर रहे थे। सैकड़ों कार्यकर्ता मालवीय चौक से रैली के रूप में निकले थे। पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए पहले से ही घंटाघर चौराहे पर बैरिकेड्स लगा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी जबरन बैरिकेड्स पर चढ़ गए और कलेक्ट्रेट तरफ जाने लगे। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिससे भगदड़ जैसे हालात बन गए। लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
एनएसयूआई नेताओं का कहना है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। जिस पर पुलिस ने बर्बरता से लाठी चलाई है। लाठीचार्ज में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे, राष्ट्रीय महासचिव पिंकी मुदगल, प्रदेश प्रभारी नीतीश गौड़, जिला अध्यक्ष सचिन रजक सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए। जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया।
इस मामले में एएसपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि कलेक्ट्रेट में धारा 144 लागू है, इसके बाद भी एनएसयूआई के सैकड़ों कार्यकर्ता जबरन जाने की कोशिश कर रहे थे। बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की गई। इसके बाद भी जब वह नहीं माने तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा।
वहीं, ग्वालियर में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने कई मांगों को लेकर जीवाजी विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता दोपहर करीब 12 बजे जीवाजी विश्वविद्यालय के गेट पर इकट्ठे हुए और कुलपति और यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी के कुलपति का घेराव करना चाहते थे। इसके लिए वे प्रशासनिक भवन की ओर बढ़े। यहां पहले से ही पुलिस ने बैरिकेड्स लगा रखे थे। कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश भी की। इसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा। पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है।
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