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भोपाल। कल प्रियंका गांधी ग्वालियर आई थीं और मंच से कुछ बातों की गारंटी दे रही थीं। मैं प्रदेश की जनता को यह बता देना चाहता हूं कि कांग्रेस अगर कोई गारंटी दे सकती है, तो वह घोटालों की गारंटी है, परिवारवाद की गारंटी है। प्रियंका गांधी की सभा के मंच से भी यही दिखाई दिया। दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेता को बोलने का मौका नहीं मिला, क्योंकि वे गांधी परिवार को खुश करने की व्यवस्थाओं में जुटे हुए थे। कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ भाषण दे रहे थे और अपने पिता को भविष्य का मुख्यमंत्री बता रहे थे। परिवारवाद का यह नजारा कल ग्वालियर और मध्यप्रदेश की जनता ने देखा है।
यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कल प्रियंका मध्यप्रदेश सरकार पर घोटालों के आरोप लगाते हुए कोई लिस्ट ढूंढ रही थीं, लेकिन वह लिस्ट उन्हें नहीं मिली। मैं प्रियंका से कहना चाहता हूं कि आप परेशान न हों, वो लिस्ट आपको कभी नहीं मिलेगी। अगर वो लिस्ट मिल जाती, तो 2003 के पहले के बंटाढार युग की यादें ताजा हो जातीं। इसीलिए दिग्विजय सिंह मंच पर आगे नहीं आए। अगर वो लिस्ट मिल जाती, तो यह स्पष्ट हो जाता कि किस तरह 15 महीनों की सरकार में कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के इशारे पर वल्लभ भवन को दलाली का अड्डा बना दिया था। अगर वो लिस्ट मिल जाती, तो यह पता चल जाता कि किस तरह भारतीय जनता पार्टी ने एक बीमारू राज्य को विकसित राज्य बनाया है और अब स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने के रास्ते पर आगे बढ़ रही है।
राहुल-प्रियंका को नहीं सुनाती राजस्थान, बंगाल की बहनों की पुकार
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का शुरू से दोहरा चरित्र रहा है और वह मुद्दों या घटनाओं को अलग-अलग चश्मे से देखती आई है। कल प्रियंका गांधी की सभा में राजस्थान से भी कई बहनें ग्वालियर पहुंची थीं। वो बहनें बता रही थीं कि किस तरह से राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। किस तरह एक दलित बहन को गैंगरेप करके उसके ऊपर एसिड डालकर कुएं में फेंक दिया जाता है। बंगाल की पंचायत प्रत्याशी बहन को तृणमूल कांग्रेस के गुंडे निर्वस्त्र करके गांव में परेड करने पर मजबूर कर देते हैं, लेकिन प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को इन राजस्थान और बंगाल की बहनों की पुकार सुनाई नहीं देती। जब बात इन प्रदेशों की बहन-बेटियों की हो, तो उन्हें न कुछ दिखाई देता है और न उनका मुंह खुलता है। यही कांग्रेस और उसके नेताओं का दोहरा चरित्र है।
क्या यही अभिव्यक्ति की आजादी है, जिसके लिए गुहार लगाते हैं राहुल
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि हाल ही में राहुल गांधी जब विदेश गए थे, तो वहां गुहार लगा रहे थे कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है, वहां अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है। राहुल गांधी ने अपनी तरफ से देश की छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन वही राहुल गांधी राजस्थान की घटना पर मौन साधे हुए हैं। राजस्थान में जब एक मंत्री ने यह कहा कि हमें मणिपुर को छोड़कर राजस्थान में हो रही महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं को देखना चाहिए, तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ही मंत्री राजेंद्र गढ़ा को बर्खास्त कर दिया। क्या यही वह लोकतंत्र है, जिसकी मांग राहुल गांधी करते हैं? क्या यही वह अभिव्यक्ति की आजादी है, जिसके लिए राहुल गांधी दुनिया भर में देश को बदनाम करते हैं? श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस जिस तरह से झूठ, छल, कपट और दोगलेपन की राजनीति कर रही है वह दुर्भाग्यजनक है और उसे पूरा देश देख रहा है।
विकास और गरीब कल्याण हैं हमारा मुद्दा
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने क्या किया था और भाजपा की सरकार ने मध्यप्रदेश में क्या किया है, यह पूरा देश जानता है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश विकास का मॉडल बन गया है। सबका साथ,सबका विकास, सबका विश्वास का जो मंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया है, मध्यप्रदेश उसी रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में संत रविदास यात्राएं निकाली जा रही हैं और सागर में 100 करोड़ की लागत से संत रविदास मंदिर बनाया जा रहा है। बिना किसी भेदभाव के हर समाज, हर वर्ग के गरीब का जीवन बदलना हमारी सरकार का लक्ष्य है। श्री शर्मा ने कहा कि विकास और गरीब कल्याण ही हमारा मुख्य मुद्दा है। प्रदेश में चाहे कोई भी आए, चाहे राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या मल्लिकार्जुन खड़गे, मध्यप्रदेश भाजपा के साथ विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता रहेगा।
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