Advertisement
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मोर्चा संगठनों की प्रभारी शोभा ओझा ने झाबुआ के आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में निरीक्षण के दौरान एसडीएम द्वारा छात्राओं से की गई अश्लील हरकत और बातचीत को निम्नस्तरीय, घृणित और अक्षम्य हरकत बताया है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सत्ता के दंभ में भाजपा के कार्यकर्ता तो आदिवासियों के चेहरों पर पेशाब कर ही रहे हैं, अब शिवराज सरकार के अधिकारी भी आदिवासियों को अपना ‘सॉफ्ट टार्गेट’ बना रहे हैं। हद तो यह हो गई है कि अपनी हैवानियत के चलते अब उन्होंने छोटी बच्चियों को भी निशाने पर ले लिया है।
शोभा ओझा ने मंगलवार को अपने बयान में भाजपा, शिवराज सरकार और अधिकारियों पर तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्टें तो वर्षों से मध्यप्रदेश में आदिवासी अत्याचार की सच्चाई उजागर कर रही है लेकिन एकाएक आदिवासी अत्याचार की घटनाओं में जो तेजी का दौर अब शुरू हुआ है, वह बेहद चिंताजनक है।
शोभा ओझा ने कहा कि सबसे पहले सीधी जिले में भाजपा विधायक के प्रतिनिधि ने एक आदिवासी के चेहरे पर मूत्र विसर्जन किया, इसके बाद इंदौर जिले के राऊ में दो आदिवासी युवकों की बर्बर पिटाई की गई और अब झाबुआ से यह घृणित समाचार सामने आया है। इन सब घटनाओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि सत्ता के मद में चूर भाजपा के कार्यकर्ता और शिवराज सरकार के अधिकारी अब अपनी घिनौनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, साफ़ लग रहा है कि शिवराज सरकार की नजर में आदिवासियों के जीवन, प्रतिष्ठा और आबरू का कोई मूल्य नहीं है।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |