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मध्यप्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने इस साल के बजट में आम जनता से कामों को लेकर जमकर उदारता दिखाई। ऐसे विभाग जिनका लोगों से सीधा सरोकार है उनके लिए खजाना खोल दिया। चार बड़े शहरों में दीनदयाल रसोई योजना शुरू करेगी। इस योजना के अंतर्गत शहरी गरीबों को पांच रुपये में भोजन की थाली मुहैया करवाई जाएगी।
इसकी भरपाई उन्होंने उन विभागों के बजट में कटौती कर की जिनकी योजनाए बड़ी होती हैं और जिनके परिणाम तत्काल नहीं दिखते। इनमें कृषि,राजस्व और सहकारिता विभाग प्रमुख है। हालांकि कटौती को लेकर वित्तमंत्री अपने तर्क हैं। सबसे ज्यादा झटका उद्योग विभाग को लगा है। इसका बजट 28 सौ करोड़ रुपए कम कर दिया। दूसरी ओर सड़क, नगरीय व ग्रामीण विकास के साथ पेयजल, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, कौशल विकास और सामाजिक न्याय के लिए भरपूर राशि का इंतजाम किया गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विभाग के लिए पहली बार अलग से 776 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है, वहीं फसल बीमा के लिए दो हजार करोड़ रुपए रखे गए हैं।
पांच रुपये में मिलेगी भोजन की थाली
मध्यप्रदेश सरकार राज्य के चार बड़े शहरों में दीनदयाल रसोई योजना शुरू करेगी। इस योजना के अंतर्गत शहरी गरीबों को पांच रुपये में भोजन की थाली मुहैया करवाई जाएगी। प्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने बुधवार को राज्य विधानसभा में बजट प्रस्तुत करते हुए यह घोषणा की।
इस बजट में वित्त वर्ष 2017-18 के लिये शहरी गरीबों के लिये पांच रुपये में भोजन के साथ ही विधवा महिलाओं के लिये पेंशन और प्रदेश सरकार के कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देने जैसी आकर्षक घोषणाएं शामिल हैं।
श्री मलैया ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती वर्ष 2017 को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मनाने का का सरकार का संकल्प है। नगरीय क्षेत्र के अति गरीबों को सस्ते दर पर भोजन उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश के चुने हुए नगरों में दीनदयाल रसोई योजना लागू करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है।
इसके लिये अधोसंरचना निर्माण हेतु रूपये 10 करोड़ का बजट प्रावधान है। योजना का वित्त पोषण मुख्य रूप से कंपनियों के कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के निर्वहन हेतु उनसे मिलने वाले अंशदान से किया जाएगा।
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