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पचमढ़ी में भाजपा के शिविर में भोपाल के दो विधायकों को लेकर सीएम द्वारा की गई टिप्पणी से राजधानी की राजनीति गर्मा गई है। दोनों ही नेता मंत्री विश्वास सारंग और विधायक रामेश्वर शर्मा सीधे जनता से जुडे हैं। चर्चा इस बात की हो रही है कि इनके बारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को किसने ऐसी रिपोर्ट दी। इनके राजनीतिक विरोधी इनके क्षेत्र नरेला और हुजूर को प्राईवेट लिमिटेड (प्रालि.)बोलते हैं।
क्षेत्र में इनसे नहीं बैठती विधायक शर्मा की पटरी...
भगवानदास सबनानी: पार्टी छोड़कर एक बार निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं।
जितेंद्र डागा: पूर्व विधायक और रूसिया कांड के बाद सीबीआई केस से चर्चित हुए।
भागीरथ पाटीदार: मंडी अध्यक्ष रहे एवं कई मामलों में विवादित। इसके अलावा क्षेत्र में कई नेता हैं, जो विधायक रामेश्वर शर्मा को पसंद नहीं करते।
यह हैं राज्यमंत्री सारंग के राजनीतिक विरोधी...
सतीश नायक: पत्नी पार्षद रही हैं। मंत्री सारंग के साथ थे, लेकिन एक केस में नाम आने के बाद सारंग ने अलग कर दिया। अब धु्रवनारायण सिंह के साथ।
रमेश शर्मा, गुट्टू: पूर्व विधायक और आपूिर्त निगम के अध्यक्ष रहे हैं। इसके साथ ही चेतन सिंह सहित अन्य नेताओं की विश्वास से पटरी नहीं बैठती है।
यह बोला था सीएम ने
मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा था कि विश्वास सारंग और रामेश्वर शर्मा के बारे में सुनने को मिल रहा है कि वे क्षेत्र में किसी नेता को घुसने नहीं देते, यह ठीक नहीं है। गौरतलब है कि पचमढ़ी में भाजपा का प्रशिक्षण वर्ग चल रहा है। इसमें संगठन से जुडे सभी नेता और विधायक शामिल हैं।
इधर विधायक रामेश्वर शर्मा के समर्थकों का कहना है कि हुजूर क्षेत्र में सबसे ज्यादा विकास कार्य विधायक शर्मा ने कराए हैं।
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