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कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले है.जिसको लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में पीएफआई और बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही है। इस घोषणा पर मध्यप्रदेश की राजनीति भी गरमा गई। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर कांग्रेस की आस्था पर सवाल उठाए हैं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान कहा- एक तरफ हम बजरंग बली की पूजा कर रहे हैं, दूसरी तरफ कांग्रेस जय बजरंग बली की बोलने वालों पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रही है।जवाब पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का 2017 के एक भाषण का वीडियो ट्वीट करके दिया है। दिग्विजय ने बीजेपी नेताओं को बजरंग दल के बारे में सिंधिया से पूछने की सलाह दी। दिग्विजय सिंह, जयराम रमेश, श्रीनिवास बीवी सहित तमाम नेताओं ने सिंधिया के पुराने भाषण का जिक्र करते हुए बीजेपी को घेरा है। इस वीडियो में सिंधिया बजरंग दल की तुलना आईएसआई के जासूस से करते दिख रहे हैं।2017 में पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई की जासूसी के आरोप में पकडे़ गए बजरंग दल कार्यकर्ता बलराम सिंह, ध्रुव सक्सेना को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हमला बोला था। उस वक्त सिंधिया कांग्रेस में थे। उन्होंने कहा था...बजरंग दल जो राष्ट्रभक्ति के भाषण देता है। उसी बजरंग दल का सदस्य इस पूरे खुफिया तंत्र का मास्टरमाइंड निकला। इसका सही मतलब है कि जो मुंह में राम कहते हैं और बगल में छुरी रखते हैं। इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण ये निकला है। तीसरा शख्स है बलराम सिंह, बजरंग दल संस्था का सदस्य है। सारा फंड फ्लो, राशि जासूसों को इस शख्स के द्वारा दी जाती थी। जम्मू कश्मीर में भी आतंकियों को राशि इस शख्स के द्वारा दी जाती थी और आईएसआई के द्वारा स्थापित बैंक अकाउंट्स से विदेशी मुद्रा भी जासूसों को देने के लिए इसी को दी जाती थी। बलराम सिंह ने अनेक बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के नाम पर कई खाते खोले।मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। उन्होंने कहा, कमलनाथ खुद बहुत बड़े हनुमान भक्त बताते हैं। उनके कई ट्वीट बजरंग बली से जुड़े होते हैं। लिखते हैं- राम-लक्ष्मण जानकी, जय बोलो हनुमान की। तो अब कमलनाथ ये स्पष्ट करें कि कांग्रेस ने जो कर्नाटक में मेनिफेस्टो जारी किया है, उसमें पीएफआई की तुलना बजरंग दल से की है।दिग्विजय सिंह ने अपने कार्यकाल का वीडियो आज शेयर किया, जिसमें बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात हो रही है। एक तरफ ये खुद को हनुमान जी का भक्त बताते हैं, दूसरी तरफ इन पर प्रतिबंध लगाने की बात करते हैं। कमलनाथ जी मेरे पत्र का जवाब दीजिए। सोनिया गांधी को भी स्पष्ट करना चाहिए, उनके बेटे और बेटी एमपी में आते हैं तो मंदिर-मंदिर जाते हैं, कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है, कर्नाटक और मध्य प्रदेश की जनता कांग्रेस को इसका जवाब देगी।
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