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पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने रोजगार के मुद्दे पर मध्यप्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि यहां के नौजवानों को मंदिर या मस्जिद में जाने से रोजगार नहीं मिलेगा। वह व्यवसाय का मौका या अपने लिए काम चाहता है। यह तभी होगा, जब निवेश आएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव सामने आए तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बहनों की बात करने लगे। पूर्व सीएम कमलनाथ मंगलवार को खातेगांव में आमसभा को संबोधित कर रहे थे।पूर्व मुख्यमंत्री ने नर्मदा मैया के जयकारे से भाषण की शुरुआत की। उन्होंने खातेगांव-नेमावर की भूमि को पवित्र बताते हुए इसे प्रणाम किया। उन्होंने कहा- मुझे बहुत खुशी है कि मैं आज बहुत समय बाद यहां आया हूं। करीब 5 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में आप केवल किसी पार्टी या उम्मीदवार का फैसला नहीं करेंगे। आप खातेगांव, देवास और मध्यप्रदेश के भविष्य का फैसला करेंगे।उन्होंने कहा कि अब आपको देखना है कि कैसा भविष्य हमारे मध्यप्रदेश का हो। हमारे प्रदेश की अर्थव्यवस्था 70% कृषि क्षेत्र पर आधारित है। यदि यहां के किसानों के साथ अन्याय हो, उन्हें खाद और बीज के लिए भटकना पड़े, उपज का सही मूल्य न मिले, सुविधाएं ना मिले, तो क्या हमारा कृषि क्षेत्र मजबूत हो सकता है।उन्होंने कहा 25 साल से खातेगांव में भाजपा का विधायक है। हमारे कई नौजवानों ने यहां सिर्फ भारतीय जनता पार्टी देखी है। यहां से लगातार जीतने वाले भाजपा के विधायकों से मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर खातेगांव क्यों इतना पिछड़ा है? यहां के 128 गांव में अभी तक सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंचा। कमलनाथ ने सभा को सुन रहे लोगों से कहा- बुरा मत मानिएगा.. मैं तो पूछता हूं कि खातेगांव के मतदाता कौन से नशे में हैं, कि इनको दिखता नहीं कि खातेगांव कितना उपेक्षित है और लगातार 5 बार से बीजेपी को जीता रहे हैं।उन्होंने कहा 18 साल शिवराज सिंह की सरकार रही। 18 साल बाद ये कल्याण योजना की बात करते हैं। 18 साल तक इन्हें हमारी बहनें याद नहीं आई। महिलाओं के अत्याचार में मध्यप्रदेश को नंबर 1 बना दिया। पिछले 7 महीनों में रोज कोई न कोई घोषणाएं करते है। सवा तीन लाख करोड़ रुपए का कर्जा ले लिया। ये कर्जा अतिथि शिक्षकों को परमानेंट करने के लिए, आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने के लिए नहीं लिया बल्कि बड़े-बड़े ठेके देने के लिए लिया।
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