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मध्यप्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले है.कांग्रेस के ही लोग मुख्यमंत्री को लेकर कई तरह की बातें करते रहे हैं.जिस कारण भाजपाई कांग्रेस से सवाल पूछ रहे हैं.ऐसे में लगातार उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए.पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा की कांग्रेस का सीएम फेस कमलनाथ थे और कमलनाथ ही रहेंगे.कमलनाथ के नेतृत्व में ही हम 116 से ज्यादा सीटें जीतकर प्रदेश में अपनी सरकार बनाएंगे. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा भाजपा में 7 लोग CM के लिए सूट सिलवाए घूम रहे हैं। शिवराज सिंह BJP के CM उम्मीदवारों की सूची छोड़ने को तैयार नहीं हैं।भूपेंद्र सिंह, भार्गव जी (गोपाल भार्गव), नरोत्तम मिश्रा, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा तैयारी में हैं कि कब मौका मिल जाए। लेकिन, मौका नहीं मिलेगा। शपथ ग्रहण होगा तो नवंबर-दिसंबर में कमलनाथ जी मुख्यमंत्री होंगे। मध्यप्रदेश की सत्ता में कांग्रेस की वापसी करवाने के लिए दिग्विजय सिंह पिछले चुनाव में हारी हुई सीटों पर दौरे कर रहे हैं। आज वह सागर जिले की सुरखी विधानसभा के दौरे पर पहुंचे।दिग्गी के इस बयान पर BJP के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा, मिस्टर बंटाधार फिर झूठ बोलकर मध्यप्रदेश को दुरावस्था में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह खुद कह चुके हैं कि मैं जनता के बीच जाता हूं, तो कांग्रेस के वोट कट जाते हैं।सागर की सुरखी विधानसभा के दौरे पर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा- मध्यप्रदेश में जब-जब भाजपा सरकार में आती है, तो वह व्यवसाय ज्यादा करती है, जनसेवा कम करती है, स्वयंसेवा ज्यादा करती है। कांग्रेस से जो लोग अच्छे-खासे जाते हैं, वे भी बिगड़ जाते हैं। यहां के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत न जाने कितना लेकर भाजपा में गए। वे भी यहां व्यवसाय कर रहे हैं। जनसेवा नहीं कर रहे। वे कहते भी हैं कि हमको न भाजपा से मतलब है, न कांग्रेस से...। उन्हें जिससे मतलब है आप सब जानते हैं। कोई भी काम हो, ठेका हो, उनकी कंपनी करेगी। मूल्यांकन, क्वालिटी कंट्रोल हो नहीं सकता। यहां के सरपंच दुखी हैं, क्योंकि उन्हें कोई काम नहीं मिलता। जिसको वे चाहते हैं, उसके पास डायरेक्ट पैसा पहुंचता है। बता दें, गोविंद सिंह राजपूत 2020 में सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हो गए थे।दिग्गी ने कहा- अभी गेहूं की तुलाई का मौसम है। कलेक्टर से मेरी चर्चा हुई। यहां पर जो केंद्र हैं, वहां तीन-चार दिनों से ट्रैक्टर खडे़ हैं। बारदाने नहीं हैं। मंडी खुले पांच साल हो गए, अव्यवस्था के कारण कोई व्यापारी टिकना नहीं चाहता। सरकार का टैक्स तो ठीक, विधायक जी का टैक्स अलग से देना पड़ता है। मेरे पास शिकायत आई है कि हर बोरी पर 15 रुपए अलग से लिए जाते हैं। यानी 2125 का रेट है, तो उसकी तुलाई पहले 15 रुपए क्विंटल देते हैं। यह पैसा क्यों लिया जा रहा है। इसमें किस-किस का हिस्सा है। सहकारिता के मैनेजर और अधिकारी, भाजपा नेता, विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री बताएं। शिवराज सिंह कहते हैं कि हम किसान पुत्र हैं। किसानों को लूटा जा रहा है यहां। इसका कोई हिसाब नहीं है।
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