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मध्य प्रदेश का विधनसभा सत्र खत्म हो गया है.इस बार विधानसभा में काम कम हंगामा ज्यादा हुआ है.इसी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सदन के भीतर विधायकों के हंगामे को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि विधानसभा कोई श्मशान घाट नहीं है कि यहां आकर सब चुप रहेंगे और जैसे श्मशान घाट में जलते हुए देखते हैं, वैसे देखते रहेंगे. विधानसभा में विधायक चुनकर आते हैं, इसलिए वह अपनी समस्याओं को उठाते हैं.जबलपुर प्रवास के दौरान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा में लोकसभा की तुलना में हंगामा कम और काम ज्यादा हुआ है. लोकसभा में सिर्फ 40 घंटे काम हुआ लेकिन मध्य प्रदेश विधानसभा में 18 दिन कामकाज किया गया. इतना ही नहीं लंच टाइम में भी काम किया. उन्होंने सदन में हंगामे को लेकर कहा कि विधानसभा कोई श्मशान घाट नहीं है कि यहां आकर सब चुप रहेंगे और जैसे श्मशान घाट में जलते हुए देखते हैं वैसे देखते रहेंगे. विधानसभा में विधायक चुनकर आते हैं, इसलिए वह अपनी समस्याओं को उठाते हैं. हमारा काम है कि विधानसभा बाजार न बन पाए. हमें यह देखना है कि जैसे बाज़ार में शोर शराबा होता है, वैसा शोर गुल न हो. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है, इसलिए हंगामा होता ही है.शराब बंदी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि शराबबंदी से सरकार को नुकसान होगा. शराब समाज के लिए कोढ़ है लेकिन शराबबंदी के मामले में हम सबके सामने बिहार भी एक उदाहरण है. वहां शराबबंदी होने पर भी लोग पड़ोसी राज्यों से शराब लेकर आते हैं. इसलिए शराबबंदी समस्या का हल नहीं है. उन्होंने कहा कि अहाते बंद करने का असर जरूर दिखाई दे रहा है.
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