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सुलतानपुर । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर अपमानजनक टिप्पणी के मामले में शुक्रवार को सुलतानपुर जिले के स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए। राहुल ने जज से कहा कि वे निर्दोष हैं और उनको राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है। रायबरेली के सांसद राहुल गांधी जज शुभम वर्मा की अदालत में करीब 16 मिनट तक रहे और अपना बयान दर्ज कराया। जज वर्मा ने वादी अधिवक्ता से एविडेंस पेश करने को कहते हुए मामले की अगली सुनवाई की तारीख 12 अगस्त को तय की। कर्नाटक के बेंगलुरु में एक चुनावी सभा में राहुल गांधी ने अमित शाह पर अभद्र टिप्पणी की थी। इसको लेकर सुलतानपुर के भाजपा नेता विजय मिश्रा ने कोर्ट में परिवाद दायर किया था। राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ला ने बताया कि राहुल गांधी का केस स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट नंबर-15 में साक्ष्य बयान के लिए नियत था। राहुल ने अपने किए हुए वादे के मुताबिक संसद की व्यस्तता के बाद भी कोर्ट में पहुंचकर अपना बयान दर्ज कराया। उक्त मामले में कोर्ट ने अभियोजन साक्ष्य के लिए 12 अगस्त की तारीख नियत की है। शुक्ला ने बताया कि उनके मुवक्किल राहुल गांधी ने अपने ऊपर लगाये गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह सब राजनीतिक दुर्भावना से उनको और उनकी पार्टी की छवि धूमिल करने के लिए लगाए गए। अब अभियोजन पक्ष साक्ष्य प्रस्तुत करेगे। बाकी जो नतीजा होगा वह सब आगे पता चलेगा। अधिवक्ता संतोष पांडेय ने मीडियाकर्मियों को बताया कि राहुल गांधी व्यक्तिगत रूप से पेश हुए। उन्होंने कोर्ट के समक्ष पेश होकर अपना बयान दर्ज कराया है। उन्होंने अपने को निर्दोष बताया और कहा कि उनके खिलाफ जो भी मामला दर्ज हुआ है वह सब राजनीतिक दुर्भावना का नतीजा है। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी 20 फरवरी 2024 को अपनी न्याय यात्रा के दौरान सुलतानपुर कोर्ट में सरेंडर किया था। कोर्ट ने उन्हें 25-25 हजार के दो बॉन्ड पर जमानत दी थी। विगत 26 जून को कोर्ट ने राहुल को व्यक्तिगत रूप से 26 जुलाई को तलब किया था।
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नई दिल्ली । कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकान मालिकों का नाम लिखे जाने वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि कांवड़ यात्रा मार्ग में खाने-पीने का सामान बेचने वाले दुकान मालिकों के नाम दुकान के बाहर लिखने पर रोक लगाने वाला उसका अंतरिम आदेश जारी रहेगा। जस्टिस ह्रषिकेश राय की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि हमारा आदेश साफ है। अगर कोई अपनी मर्जी से दुकान के बाहर अपना नाम लिखना चाहता है तो हमने उसे रोका नहीं है। हमारा आदेश था कि नाम लिखने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार को जवाबी हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई 5 अगस्त को होगी। आज एक याचिकाकर्ता महुआ मोइत्रा की ओर से पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने किहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का जवाबी हलफनामा कल रात साढ़े दस बजे मिला है। उन्होंने इसका जवाब दाखिल करने के लिए समय देने की मांग की। कोर्ट ने कहा कि यूपी सरकार का हलफनामा अभी कोर्ट के रिकॉर्ड में नहीं आया है। उसके बाद कोर्ट ने सुनवाई 5 अगस्त तक टालते हुए अंतरिम आदेश भी बढ़ा दिया। यूपी सरकार ने कोर्ट में दायर हलफनामे में कहा है कि ये निर्देश कांवड़ियों की शिकायतों के बाद ही लाए गए हैं। कांवड़ियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यात्रा के दौरान उनके द्वारा खाए जाने वाले भोजन के संबंध में पारदर्शिता के लिए यह निर्देश दिया गया है। यूपी सरकार ने कहा है कि कांवड़ियों को पता होना चाहिए कि वे क्या खा रहे हैं और कहां खा रहे हैं। कांवड़ यात्रा में शांति, सुरक्षा और व्यापक पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए निर्देश लाए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 22 जुलाई को इस निर्देश पर अंतरिम रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि ढाबा, रेस्टोरेंट, फल-सब्जी विक्रेता, फेरी वाले यह तो बता सकते हैं कि वह कांवड़ियों को किस प्रकार का भोजन परोस रहे हैं लेकिन उन्हें दुकान मालिकों या फिर उनके यहां काम करने वालों के नाम उजागर करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि कांवड़ियों को शाकाहारी भोजन मिले और स्वच्छता का उच्च स्तर भी कायम रहे ये प्राधिकार सुनिश्चित कर सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा था कि सक्षम प्राधिकार फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट 2006 और स्ट्रीट वेंडर एक्ट 2014 के तहत आदेश भी जारी कर सकती है लेकिन इसको लेकर सक्षम अथॉरिटी के पास जो अधिकार है, उसको बिना किसी कानूनी आधार के पुलिस नहीं हथिया सकती है। एनजीओ एसोसिएशन ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स समेत कई याचिकाकर्ताओं ने याचिका दाखिल की है। इस याचिका में यूपी सरकार, राज्य के डीजीपी और मुजफ्फरनगर के एसएसपी के अलावा उत्तराखंड सरकार को भी पक्षकार बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि 19 जुलाई को उत्तर प्रदेश सरकार ने एक आदेश जारी कर कांवड़ रूट के सभी दुकानदारों को दुकान के बाहर अपना नाम लिखना अनिवार्य कर दिया। इस आदेश पर राजनीतिक हंगामा खड़ा हो गया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। इस सीजन में पहली बार प्रदेश में एवरेज से ज्यादा पानी गिर चुका है। प्रदेश में अब तक सामान्य 15.2 इंच बारिश हो चुकी है। मानसून एक्टिविटी की वजह से भोपाल और विदिशा में शुक्रवार सुबह से तेज बारिश हो रही है। उज्जैन में हल्की बारिश है। वहीं, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, सागर संभाग के 21 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। इससे पहले गुरुवार को रतलाम, कटनी, सतना, भोपाल समेत 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। बारिश की वजह से छोटी नदियां-नाले उफान पर हैं। बांध, तालाब और बड़ी नदियों का लेवल तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून ट्रफ ग्वालियर से होकर गुजर रही है। एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन वेस्ट यूपी के ऊपर है। अगले एक-दो दिन में सिस्टम कमजोर होगा। वहीं, आज शुक्रवार को निवाड़ी, टीकमगढ़, सीहोर, रायसेन, खरगोन, खंडवा समेत 12 जिलों में भारी जबकि 10 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। बता दें कि मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 3 प्रतिशत ज्यादा पानी गिर चुका है जबकि पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 1 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हालांकि, लगातार तेज बारिश होने से आंकड़ा बढ़ रहा है।
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रतलाम। अपने विवादित बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियां में रहने वाले संत कालीचरण महाराज ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के आदेश का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मुसलमान का ट्रेंड है वे बिना थूके कुछ बेचते ही नहीं हैं। इसे थूक जिहाद बोला जाता है। मुसलमानों की परंपरा है कि वे बिना थूके कुछ खिलाते-पिलाते नहीं हैं। कालीचरण महाराज गुरुवार को एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रतलाम पहुंचे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना काल में लाखों ऐसे वीडियो सामने आए, जिससे साबित होता है कि मुसलमानों द्वारा बिना थूक लगाए कुछ भी बेचा जाना संभव नहीं है, इसीलिए मुसलमानों की दुकानों पर नाम लिखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने जो पहल की, वो पूरे भारतवर्ष के धर्म निष्ठों और राजाओं को करना थी। राजा यानी- सांसद, विधायक, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को यह पहल करना थी। इन लोगों को आदेश निकालना था, जिससे हिंदुओं की धर्म-आस्था सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा कि हिंदू, मुस्लिम दुकानों से कुछ खरीद कर न खाएं। जहां नेमप्लेट दुकानों पर नहीं दिखते हैं, तो क्यूआर कोड को स्कैन करें। इसमें नाम आ जाएगा। यही धर्म बचाने का रास्ता है। कालीचरण महाराज ने कहा कि लव जिहाद के केस में 80 प्रतिशत तांत्रिक प्रयोग होते हैं। लव जिहाद के केस हैंडल करने वाले धर्म रक्षकों को बताना चाहता हूं, जानवर का दांत पास में रखियो। पत्थर पर घिस कर दो बंदू पानी में मिलाकर पिला दो उस लड़की को। जानवर के दांत के सामने कोई भी इस्लामिक टोने-टोटके का असर नहीं टिकता। उन्होंने कहा कि इस पर भी मुझ पर केस करो। उन्होंने कहा कि 'मुझ पर 40 से 50 केस हैं, लेकिन मुझे डर नहीं है। सच बोलने की सजा जेल है, तो मंजूर है। मृत्यु है, तो भी मंजूर है। संन्यासी वह क्या, जो सच न बोले। अन्य कोई बोले या न बोले, काली मां का बेटा जरूर बोलेगा। चाहे मौत मिले या जेल। उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा की तारीफ करते हुए कहा कि उनके कारण आज बहुत बड़ी धर्म क्रांति हुई है। बच्चा-बच्चा लोटा लेकर भगवान शिव के अभिषेक के लिए जा रहा है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। इतनी बड़ी धर्म क्रांति होती है कि बच्चा- बच्चा मंदिर जा रहा है। इससे भगवान भोलेनाथ, जगदंबा, गणपति बप्पा के प्रति आस्था और संस्कार पैदा होंगे। दरअसल, रतलाम में गोमाता और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए श्री रुद्र महाकाल सेवा समिति ने 108 महादेव मंदिर पूजन संकल्प यात्रा कराई। इसके पूर्ण होने पर 108 पार्थिव शिवलिंगों के रुद्राभिषेक के साथ पूर्णाहूति कार्यक्रम हुआ। कालीचरण महाराज इसी में शामिल होने के लिए रतलाम आए थे।
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भोपाल । भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा का शुक्रवार को निधन हो गया। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सुबह 5 बजे 67 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनके निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रभात झा एक सजग़ जनप्रतिनिधि के साथ ही प्रख्यात लेखक और राष्ट्रवादी विचारक भी थे। उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया। इनमें राज्यसभा सदस्य और मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भूमिकाएं भी शामिल हैं। डॉ. यादव ने कहा कि उनका प्रभात झा के साथ कई वर्ष का संबंध रहा। उन्होंने एक आदर्श जीवन जिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि प्रभात झा ने अपने राजनीतिक जीवन में मीडिया के साथ आवश्यक समन्वय को हमेशा प्राथमिकता दी। वे निरंतर अध्यनन करते रहते थे। उन्होंने संगठन को सशक्त बनाने के लिए यादगार सेवाएं दीं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से स्व.प्रभात झा की आत्मा की शांति और उनके परिजन, प्रशंसक और विशाल मित्र समूह को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने के लिए प्रार्थना की है। राजनैतिक जगत और समाज के लिए अपूरणीय क्षतिः उप-मुख्यमंत्री शुक्ल उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने वरिष्ठ नेता, मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रभात झा के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ राजनीतिज्ञ, पत्रकार, लेखक और विचारक प्रभात झा का निधन राजनीतिक जगत और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने राष्ट्र-सेवा में आजीवन समर्पित रहे कर्मठ व्यक्तित्व प्रभात झा को श्रद्धांजलि अर्पित की है। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने, परिजन और समर्थकों को यह विकट दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। प्रभात झा जी का निधन अपूरणीय क्षतिः मंत्री लोधी संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने पूर्व राज्यसभा सांसद प्रभात झा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रभात झा के निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन राजनीतिक और पत्रकारिता जगत के लिये अपूरणीय क्षति है। उन्होंने परमात्मा से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करें। मंत्री कुशवाह ने प्रभात झा के निधन पर किया शोक व्यक्त सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण तथा उद्यनिकी मंत्री नारायन सिंह कुशवाह ने भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रभात झा का निधन संगठन एवं समाज के साथ ही पत्रकार जगत के लिये अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने कहा कि स्व. झा ने पत्रकारिता के क्षेत्र से सार्वजनिक जीवन प्रारंभ कर आजीवन पार्टी और समाज की सेवा के लिए कार्य किया। मंत्री कुशवाह ने प्रभात झा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने व परिजनों और समर्थकों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। राज्यमंत्री जायसवाल ने प्रभात झा के निधन पर शोक व्यक्त किया कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष, मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि स्व. झा ने हमेशा लोगों की भलाई के लिये काम किया। वे एक उच्च कोटि विचारक होने के साथ कुशल संगठन कर्ता भी थे। उन्होंने हमेशा आमजन के जीवन को बेहतर बनाने के लिये चिंतन किया और संगठन को मजबूती देने का कार्य किया। अपने सद्कार्यों एवं प्रज्ञा से उन्होंने हम सबके दिलों में अमिट जगह बनाई। उनके निधन से एक युग का अंत हुआ है। जायसवाल ने स्व. झा के शोक संतप्त परिजन को सांत्वना देकर दिवंगत आत्मा की शांति की कामना परमपिता परमेश्वर से की है। स्व. झा लेखनी के धनी और राजनीति के सशक्त हस्ताक्षर थेः मंत्री शाह जनजातीय कार्य, लोक सेवा प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास मंत्री डॉ. कुवंर विजय शाह ने वरिष्ठ राजनीतिज्ञ प्रभात झा के देहावसान पर गहन शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि स्व. झा ने पत्रकार से राजनीतिज्ञ तक एक लंबी जीवन यात्रा तय की। वे लेखनी के धनी थे और राजनीति के सशक्त हस्ताक्षर थे। उन्होंने अपनी जीवटता और कर्मठता से पत्रकारिता, राजनीति एवं सामाजिक जीवन में एक बड़ा मुकाम हासिल किया। उनका निधन हम सबके लिये अपूर्णीय क्षति है। डॉ. शाह ने स्व. झा के शोक संतप्त परिजन को सांत्वना देकर दिवंगत आत्मा की शांति की कामना परमपिता परमेश्वर से की है। प्रभात झा के जाने की शून्यता को लंबे समय तक नहीं भरा जा सकता: राज्य मंत्री पटेल लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने वरिष्ठ राजनीतिज्ञ प्रभात झा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह दुःखद समाचार उनके लिए एक पितातुल्य संरक्षक, मार्गदर्शक व राजनीति में संबल प्रदायक के चले जाने जैसा है। पटेल ने कहा कि प्रभात झा के मार्गदर्शन और साथ में किए गए कई संगठनात्मक कार्यों की स्मृतियाँ अब जीवंत हो उठी हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं की जिस तरह चिंता की, वह अतुलनीय है। अपना जीवन सेवाकार्य में समर्पित करने वाले श्री झा के निधन से जो शून्यता उभरी है, उसे लंबे समय तक नहीं भरा जा सकता। मंत्री पटेल ने पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और शोकाकुल परिवारजनों को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करने की प्रार्थना की है। मंत्री संपतिया उइके ने प्रभात झा के निधन पर व्यक्त किया शोक लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके ने भाजपा के वरिष्ठ नेता, मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व राज्य सभा सदस्यप्रभात झा के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि प्रभात झा का निधन संगठन एवं समाज के साथ ही उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने आजीवन पार्टी और समाज की सेवा के लिए निःस्वार्थ कार्य किया। स्व. प्रभात झा बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। मंत्री संपतिया उइके ने प्रभात झा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने व परिजनों और समर्थकों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
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भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता प्रभात झा का शुक्रवार सुबह निधन हो गया है। वह मध्य प्रदेश के अध्यक्ष और लम्बे समय तक पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे थे, उन्हें संगठन ने राज्यसभा सदस्य भी चुना था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सुबह पांच बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर के बाद पार्टी में शोक की लहर है। मप्र भाजपा के प्रवक्ता हितेश बाजपेयी ने उनके निधन की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि झा लंबे समय से बीमार थे। उन्हें जून के आखिर में ही भोपाल से एयरलिफ्ट कर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश भाजपा के महासचिव हितानंद शर्मा उनका हाल जानने के लिए भोपाल के अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो गुरुग्राम लाया गया था। प्रभात झा को भाजपा के उन नेताओं में शुमार किया जाता था, जिनकी बौद्धिक जगत में साख रही है। अनेक पुस्तकों का संपादन, लेखन समेत पार्टी को कैसे आगे ले जाने के लिए ज्ञान धारा का उपयाेग किया जाए, इस कार्य में वे सिद्धहस्त रहे। ग्वालियर के स्वदेश से उनकी पत्रकारिता की शुरूआत हुई थी । वह मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिला के के रहने वाले थे। उनका जन्म 4 जून 1957 को बिहार के दरभंगा के हरिहरपुर गांव में हुआ था। वे परिवार के साथ मध्यप्र देश के ग्वालियर आ गए थे। प्रारंभिक शिक्षा के बाद प्रभात झा ने ग्वालियर के पीजीवी कॉलेज से बीएससी, माधव कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए और एमएलबी कॉलेज से एलएलबी की डिग्री ली। उनकी शादी रंजना झा से हुई थी। उनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम तुष्मुल और छोटे का नाम अयत्न झा है। प्रभात झा शादी के बाद वे पत्रकारिता करने लगे। लंबे समय तक पत्रकारिता के बाद वे राजनीति में आए और भाजपा के सदस्य बने। वे भाजपा के मुखपत्र 'कमल संदेश' के संपादक रहे। उन्होंने कई किताबें भी लिखीं। उनके बेटे अयत्न ने निधन की जानकारी देते हुए कहा कि अंतिम संस्कार ग्वालियर या पैतृक गांव कोरियाही, सीतामढ़ी (बिहार) में होगा। प्रभात झा के निधन पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि \" भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, वरिष्ठ नेता प्रभात झा जी के निधन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। बाबा महाकाल दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को इस भीषण वज्रपात को सहने की शक्ति दें।\" वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने शोक जताते हुए लिखा कि \"भाजपा वरिष्ठ नेता, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा जी के निधन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को इस भीषण वज्रपात को सहने की शक्ति दें।
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उज्जैन । महाकाल थाना क्षेत्र की गणेश कॉलोनी में रहने वाली छात्रा को घर में अकेला पाकर युवक ने दुष्कर्म किया व जान से मारने की धमकी देकर भाग गया। छात्रा ने अपनी मां को घटना बताई व थाने पहुंचकर दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया। पुलिस ने बताया कि 18 वर्षीय युवती बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। 24 जुलाई को वह घर में अकेली थी तभी परिचित उदय पिता राजेश 21 वर्ष निवासी कानीपुरा पहुंचा और दुष्कर्म किया व किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देकर भाग गया। छात्रा ने इसकी जानकारी अपनी मां को दी और उनके साथ थाने पहुंचकर उदय के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया। पुलिस ने बताया कि उदय पहले गणेश कालोनी में ही रहता था इस कारण छात्रा उसे पहले से पहचानती थी और घर में आने दिया।
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राजगढ़ । कालीपीठ थाना क्षेत्र के ग्राम नाईपुरिया में सीमांकन करने पहुंची राजस्व टीम पर एकत्रित ग्रामीणों ने पथराव कर दिया साथ ही राजस्व निरीक्षक के साथ जान से मारने की नीयत से लाठी-डंडों से मारपीट की, जिसमें उन्हें सिर में गंभीर चोटें लगी। पुलिस ने शुक्रवार को 5 नामजद व 15 अन्य हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया। पुलिस के अनुसार बीती शाम नाईपुरिया गांव में राजस्व विभाग की टीम सीमांकन करने पहुंची थी। टीम में राजस्व निरीक्षक राजेन्द्र सुमन, राजेन्द्र दांगी सहित पांच पटवारी सुमित मेवाड़े, शैलेन्द्र भाटी, ब्रजराज परमार, अनुराग और राजेश सिसोदिया शामिल थे। कार में सवार राजस्व निरीक्षक राजेन्द्र सुमन सहित पटवारी गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने पथराव शुरु कर दिया, जिसमें पटवारी अपनी जान बचाकर मौके से भाग गए, हमलावरों ने राजस्व निरीक्षक राजेन्द्र सुमन के साथ लाठी-डंडों से मारपीट की साथ ही पत्थरों से कार को क्षतिग्रस्त कर दिया और जान से मारने की धमकी देते हुए शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई। पुलिस ने मामले में हेमराज सौंधिया, इंदरसिंह सौंधिया, शोभाराम सौंधिया, हरिनारायण सौंधिया और सुमेरसिंह सौंधिया निवासी जोड़क्या के खिलाफ धारा 191(2), 191(3), 190, 109, 132, 121(1), 324(6) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया।
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