कोलार स्थित एक फ्लैट में दोस्त दीपक कुमार के साथ रहती थी मृतिका
कोलार स्थित एक फ्लैट में Live in में रहने वाली LNCT कॉलेज की इंजीनियरिंग स्टूडेंट के सुसाइड मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने मृतका के सुसाइड नोट और उसके पिता की शिकायत पर प्रेमी के खिलाफ सुसाइड के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है।
.मूलत: बेगूसराय (बिहार) निवासी 23 वर्षीय सृष्टि पिता धुरेंद्र शर्मा कोलार स्थित एक फ्लैट में दोस्त दीपक कुमार के साथ live in में रहती थी। वह LNCT कॉलेज में एमटेक फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। 28 नवंबर को रात करीब 12 बजे उसने सुसाइड कर लिया था।
कोलार पुलिस को एक कागज पर लिखा मिला है कि' 'मैं इंतजार करती रही, तुम नहीं आए...!' ये बात उसने अपने रूममेट को संबोधित करते हुए लिखी है। हालांकि सृष्टि के पिता ने ऐसे किसी सुसाइड नोट की जानकारी होने से इनकार किया है।
सृष्टि कोलार स्थित एक फ्लैट में दोस्त दीपक कुमार के साथ रहती थी। दीपक एमपी नगर स्थित एक कॉल सेंटर में काम करता है। रात के समय सृष्टि ने दुपट्टे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी।इसका पता तब चला, जब देर रात दीपक ड्यूटी से घर लौटा। सृष्टि के पिता के मुताबिक, 'वो पांच महीने पहले ही भोपाल आई थी। मुझे उसके live in में रहने की कोई जानकारी नहीं थी। हालांकि मैं अभी से यह नहीं कह सकता था कि मैं इस शादी के लिए तैयार होता या नहीं, पर मेरी बेटी बहुत खुश रहती थी। उसने कभी इस बारे में मुझे नहीं बताया।'
सृष्टि के पिता धुरेंद्र प्राइवेट जॉब करते हैं। लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दी है। सृष्टि की छोटी बहन एमएससी कर रही है, जबकि भाई ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग से एमटेक किया है। धुरेंद्र के अनुसार, सृष्टि भी पढ़ने-लिखने में बहुत इंटेलिजेंट थी। वो DAV (बेगूसराय) से 12वीं में वर्ष, 2012 में टॉपर थी।इसके बाद उसने कनाद इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग कॉलेज (पश्चिम बंगाल) से डिस्टिंक्शन के साथ बीटेक किया था। वो नियमित मुझे कॉल करती थी। सृष्टि भोपाल में जॉब ढूंढ रही थी। 30 नवंबर को उसका घर आने के लिए रिजर्वेशन था। वहां उसे प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठना था। लेकिन वो तो नहीं आई, मुझे यहां आना पड़ा।
धुरेंद्र के अनुसार, सृष्टि अपनी मां और फैमिली के कुछ अन्य लोगों के साथ 14 अक्टूबर को शिर्डी होकर आई थी। हालांकि फैमिली के सभी लोग इटारसी तक आए थे, भोपाल कोई नहीं आया था। तब भी उसने ऐसी कोई बात नहीं बताई थी। live in का भी कोई जिक्र नहीं किया था। धुरेंद्र ने कहा था,'मेरी बेटी तो चली गई, लेकिन चाहता हूं कि सच्चाई सामने आए। पता चले कि, उसने ऐसा कदम क्यों उठाया? पुलिस उसकी मौत को आम केसों की तरह बंद न कर दे। उस लड़के से भी पूछताछ होनी चाहिए।'
कोलार थाना प्रभारी गौरव बुंदेला के मुताबिक, प्रेमी दीपक सिंह के खिलाफ पुलिस ने सुसाइड के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है।
मरने से पहले मृतका सृष्टि ने अपनी डायरी में लिखा था-'मैं जिसके भरोसी थी, उसने मेरी कद्र नहीं की। मम्मी-पापा सॉरी! मेरी मजबूरी है कि मैं दीपक से बहुत प्यार करती हूं। उसे छोड़कर जा नहीं सकती। तुम मेरे बारे में जो भी समझो। मम्मी-पापा मैंने आपको हमेशा धोखा दिया। आप दीपक से कुछ मत कहना। दीपक आपने मुझे आज मारा। मैं छह घंटे रोई, लेकिन तुमने मेरी आंखों में आंसू नहीं देखे। मेरा फोन नहीं उठाया। आगे भी मारोगे। मैं इससे ज्यादा मार नहीं खा सकती। हम बहुत कमजोर हैं। बहुत गंदे हैं। दीपक आपको मेरी फीलिंग की कोई कद्र नहीं है। दोस्त ज्यादा जरूरी हैं। मैं जिसके भरोसी थी, उसको बोझ लगने लगी हूं। मम्मी-पापा मुझे माफ करना। आई हेट माय सेल्फ।'