रस्सी से बांधकर खींची डीजीपी की कार
मध्यप्रदेश के निवृतमान डीजीपी सुरेंद्र सिंह को लाल परेड मैदान में कार्यकाल के आखिरी दिन पुलिसकर्मियों, आला अधिकारियों ने विदाई दी। परेड से सलामी लेने के बाद सुरेंद्र सिंह वहां मौजूद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से मिले, जिसके बाद परंपरानुसार वे जीप में सवार हुए। इसे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने रस्सी से बांधकर खींचा और उन्हें आखिरी विदाई दी। सुरेंद्र सिंह यहां से पुलिस मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्हें मुख्यालय के स्टाफ द्वारा सलामी दी गई। सिंह ने नए डीजीपी ऋषि शुक्ला को चार्ज सौंपा और घर निकल गए।
प्रदेश के नए पुलिस मुखिया के रूप में ऋषि कुमार शुक्ला ने चार्ज लिया। निवर्तमान डीजीपी सुरेंद्र सिंह ने उन्हें कार्यभार सौंपा। इसके बाद शुक्ला मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि अपराधों को कम तो नहीं कर पाएंगे, लेकिन हां, उन्हें नियंत्रित कर जनता को त्वरित राहत जरूर दिलवाएंगे।
प्रदेश के नए पुलिस मुखिया के रूप में ऋषि कुमार शुक्ला ने गुरुवार को चार्ज लिया। निवर्तमान डीजीपी सुरेंद्र सिंह ने उन्हें कार्यभार सौंपा। इसके बाद शुक्ला मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि अपराधों को कम तो नहीं कर पाएंगे, लेकिन हां, उन्हें नियंत्रित कर जनता को त्वरित राहत जरूर दिलवाएंगे।
शुक्ला ने अपनी योजनाओं और प्राथमिकता के बारे में चर्चा की और कहा कि बालाघाट में जो नक्सलियों का मूवमेंट बढ़ा है, उस पर पुलिस की खास नजर है। जल्द ही उसे पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने बच्चों के अपहरण की घटनाओं में हो रहे इजाफे की वजह टीवी-फिल्मों से कुप्रेरित होना बताया। अलग-अलग लोगों द्वारा घटनाओं को अंजाम देने की बात पर शुक्ला ने कहा कि इन वारदातों को कोई संगठित गैंग अंजाम नहीं दे रहा, इसलिए इनकी संख्या बढ़ रही है। पुलिसकर्मियों पर बढ़ रहे हमलों को गंभीर मानते हुए इस पर लगाम लगाने के लिए विचार करने की बात कही। शुक्ला ने आम लोगों से अपील भी कि की वे पुलिस का सहयोग करें।