बीजेपी नेताओं ने यति से कहा अपनी हद में रहें
शैफाली गुप्ता
भोपाल के कोलार इलाके के बीजेपी पार्षद रविंद्र यति की गुंडागर्दी का ऑडियो सामने आया है जिसमे ये खुद को बलिया का गुंडा बता कर गोली मारने और गोली खाने की बात कर रहा है। इस ऑडियों में यति नगर निगम की कमिश्नर छवि भारद्वाज के नाम से एक व्यापारी को धमका रहा है और गन्दी गन्दी गलियां दे रहा है। रविंद्र यति वही बीजेपी नेता है जिस पर पूर्व में भी आरोप लगे थे कि इसकी वजह से एक शिक्षक जीवन झाडे ने खुदकशी कर ली थी।
ताजा प्रकरण में रविंद्र यति का वो चेहरा सामने आया है जिससे कोलार की जनता त्रस्त हो चुकी है ,हमेशा भाजपा नेताओं के बंगलों पर उनकी चरण वंदना करने वाले इस पार्षद यति का असली चेहरा एक टपोरी गुंडे जैसा दिखा तो भाजपा के बड़े नेता भी दाएं बांयें झांकने लगे। रविंद्र यति से जब उसकी गुंडों वाली भाषाशैली के बारे में पूछा गया तो वो बोला मेरी बात जिससे हो रही है वह मनीष भदौरिया तड़ीपार और अड़ीबाज है,वह मुझे धमका रहा है । खुद के गुंडों वाली हरकत पर यति ने कोई जवाब नहीं दिया।
पार्षद यति के इस काण्ड की शुरुवात साईंनाथ नगर कॉलोनी में बनी दुकानों को हटाने के मसले से हुई। पार्षद रविंद्र यति इस इलाके से मनीष भदौरिया की दुकानों को अतिक्रमण के नाम पर हटवाना चाहते हैं और इसके लिए मनीष पर दबाव बना रहे थे और उसे धमकियाँ दे रहे थे। यति का कहना है मनीष भदौरिया गुंडा है लेकिन ऑडियो में रविंद्र यति का बर्ताव गुंडे मवालियों जैसा है। रविंद्र यति ने जिस भाषा और गलियों का इस्तेमाल किया है वह बताता है कि इस पार्षद का रवैया बीजेपी के संस्कारों से मेल नहीं खाता है,इसका चेहरा चाल और चरित्र कम से कम बीजेपी वाला नहीं है । यति ने ias अफसर नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज के नाम से न सिर्फ मनीष को धमकाया बल्कि भद्दी गलियां तक दीं।
रविंद्र यति का असली चेहरा सामने आया तो खुद का बचाव करने के लिए उन्होंने इस मामले की शिकायत कोलार थाने में कर दी है। लेकिन बीजेपी के आला नेताओं तक यति का मसला पहुंचा तो उन्होंने यति को अपनी हद में रहने की नसीहत दी है। बताते है विधायक रामेश्वर शर्मा ने यति की बदमिजाजी का ऑडियो बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष तक पहुँचाया है। इसके बाद यति अपने गॉड फॉदर बीजेपी उपाध्यक्ष विजेश लुनावत के जरिये इस मामले को रफादफा करवाने की कोशिश में लग गए है। इसके बावजूद बीजेपी के सभी बड़े नेता यति से खासे खफा हैं और उनके आचरण को गैर जिम्मेदाराना बताया है। कोलार के कई बीजेपी नेताओं ने यति की गुंडई के ऑडियो को वायरल करने में बड़ी भूमिका निबाही। अब तो यह ऑडियो प्रदेश बीजेपी नेताओं के आलावा rss के बड़े नेताओं तक पहुँचाया जा रहा है ताकि संघ के लोग भी जान लें की खाकी चड्डी पहन कर संघ परिक्रमा करने वाले का असली चेहरा क्या है।
नगर निगम के सूत्र बताते हैं इस मामले के सामने आने के बाद नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज भी पार्षद यति की इस घटिया और टुच्ची हरकत से परेशान हैं। उन्होंने यति से एक डिस्टेंस मेंटेन कर लिया है। अब तक यति के इस व्यवहार से कोलार के लोग परेशान थे अब अधिकारियों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। वहीँ रविंद्र यति के समर्थक कोलार इलाके में इस बात का प्रचार जोर शोर से कर रहे हैं कि कमिश्नर के कारण यह सब हो रहा है। यति से जुड़े लोगों का यह तक कहना है कि विधायक रामेश्वर शर्मा जानबूझकर पार्षद रविंद्र यति को नीचा दिखाने के लिए मामले को परदे के पीछे से तूल दे रहे हैं। रविंद्र यति का ऑडियो सामने आने के बाद कोलार के अन्य बीजेपी पार्षद सुकून में नजर आ रहे हैं। हालाँकि विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस मसले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।
यति और भदौरिया के ऑडियों में रविंद्र का रवैया जहाँ धमकीभरा और घनघोर रूप से अभद्र होने के साथ अशोभनीय है वहीँ मनीष भदौरिया इसमें काफी संतुलित लग रहे हैं। यह ऑडियो क्लिप इतना भद्दा है कि उसे यहाँ सुनवाया भी नहीं जा सकता। इस मामले में पीड़ित मनीष भदौरिया ने कहा कि मैं 2005 से हॉकर्स कॉर्नर की लड़ाई लड़ रहा हूँ ,यति भूमाफियाओं से जुड़े हैं उन्हें यह सब रास नहीं आता इसलिए मुझे बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं और मुझे लगातार धमका रहे हैं। मनीष ने बताया कि उन्होंने पार्षद की गुंडागर्दी की शिकायत नगर निगम कमिश्नर छवि भारद्वाज से और पुलिस से की है। मनीष का कहना है कमिश्नर छवि भारद्वाज से जब वे मिले तो उन्हें कमिश्नर ने बताया कि अब से पहले उन्हें हॉकर्स कॉर्नर के मसले पर कोई जानकारी ही नहीं थी।
इस मामले में रविंद्र यति की गुंडागर्दी का ऑडियो महापौर आलोक शर्मा और बीजेपी के संगठन महामंत्री सुहास भगत तक भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पहुंचा दिया है। बीजेपी संगठन मंत्री सुहास भगत ने इस मामले को गम्भीरता से लिया है। भगत से जुड़े सूत्र बताते हैं भगत इस बात से हैरान हैं कि बीजेपी का पार्षद इतनी घटिया शब्दावली का प्रयोग करता है। वहीँ महापौर आलोक शर्मा के कैम्प में भी यति की इस हरकत को अन्यथा लिया है लेकिन फिलहाल इस पर कोई टिपण्णी नहीं की है और पूरा मामला संगठन के हवाले कर दिया है।
दूसरी और कांग्रेस भी इस मसले पर ऐक्टिव हो गई है कांग्रेस प्रवक्ता के के मिश्रा ने कहा कि पार्षद अवैध धन्दे में और भूमाफियाओं के साथ सलंग्न है। अपना काम कैसे चले आम गरीब आदमी का हक़ कैसे मारा जाए ये बीजेपी का काम है। इस मामले में पार्षद की भाषाशैली न सिर्फ अभद्र है बल्कि एक महिला ias को भी आहात करने वाली है। बीजेपी बताये कि ऐसे कितने गुंडे उसके पास है जो आम लोगों का जीना दूभर किये हुए है।