कोविड योद्धा कल्याण योजना में संशोधन पर कमलनाथ ने जताया ऐतराज, निरस्त करने की मांग
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना वॉरियर्स के लिए शुरू हुई मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना’ को संशोधित किया। नए नियम के अनुसार योजना के तहत अब स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग के हर सफाई कर्मचारी, वार्ड ब्वॉय, नर्स, आशा कार्यकर्ता, पैरामेडिक्स, तकनीशियन, डॉक्टर, विशेषज्ञ और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को योजना का लाभ नहीं मिलेगा। योजना का लाभ अब उन्हीं लोगों को मिलेगा जो सीधे तौर पर कोविड संक्रमण को रोकने में जुटे हैं। इनमें कोविड के अधिकृत अस्पताल, कोविड केयर सेंटर, कोविड टेस्टिंग लैब, क्वारेंटाइन सेंटर में काम करने वाले शामिल हैं। कोविड योद्धा कल्याण योजना में संशोधन पर मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आपत्ति जताई है और इसे तत्काल निरस्त करने की मांग की है।
कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार के फैसले पर एतराज जताते हुए कहा ‘इस कोरोना महामारी में हमारे डॉक्टर्स, नर्स, विशेषज्ञ, आशा- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सफ़ाई कर्मी, पेरामेडिकल स्टाफ़, स्वास्थ्य कर्मी बड़ी संख्या में फ़ील्ड में जुटे होकर अपनी जान जोखिम में डाल कोरोना योद्धा की तरह रात-दिन काम कर रहे है। अवसर है उनको प्रोत्साहित करने का लेकिन मध्यप्रदेश में कोरोना वारियर्स के लिये बनी कोविड योद्धा कल्याण योजना में संशोधन की जानकारी सामने आयी है। अब इसमें पूर्व से शामिल सभी लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा सिर्फ़ चुनिंदा लोगों को ही इस योजना का लाभ मिलेगा।
एक अन्य ट्वीट कर उन्होंने कहा कि एक तरफ़ देश के अन्य राज्य कोरोना योद्धाओं को निरंतर प्रोत्साहित करने को लेकर काम कर रहे है , उनके लिये कई प्रावधान कर रहे है लेकिन दूसरी तरफ़ प्रदेश में शिवराज सरकार में कोरोना वारियर्स को हतोत्साहित करने का काम किया जा रहा है , वो भी ऐसे समय जब प्रदेश में कोरोना संक्रमण के आँकड़ो भयावह होते जा रहे हैं। कमलनाथ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मै सरकार से माँग करता हूँ कि इन संशोधनों को तत्काल निरस्त किया जाए और पूर्व की भॉति ही सारे कोरोना वारियर्स को इस योजना का लाभ मिलता रहे।