कोलार के कनैक्टिविटी रोड राम भरोसे
कोलार की शहर के अन्य स्थानों से कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए नए-नए रोड स्वीकृत हो रहे हैं, लेकिन पूर्व में जो रोड बनाए गए हैं। उनकी तरफ निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। न उनका ठीक से मेंटेनेंस हो रहा है और न दोबारा निर्माण। लिहाजा सड़कों की हालत बहुत खराब हो गई है। कुछ रास्ते तो चलने लायक भी नहीं बचे हैं। मजबूरी में स्थानीय लोग उन रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं। चाहे कोलार को 11 मील से जोड़ने वाले रोड हों या मंडीदीप के लिए सीधा रास्ता, खराब हालत में हंै। अमरावत कला, सेमरी के जनप्रतिनिधि बताते हैं कि इन रास्तों को बनाते समय गुणवत्ता की अनदेखी की गई है। डामरीकरण के नाम पर पतली परत डाली गई है, जो एक बारिश में ही उखड़ गई है। शहर से दूर होने के कारण कोई जिम्मेदार इन रास्तों को सुधारने के लिए ध्यान भी नहीं दे रहा है। कोलार को 11 मील बायपास से जोड़ने वाली इस रोड का निर्माण 11 मील की तरफ से पिपलिया केशो तक तो कर दिया गया है, लेकिन पिपलिया केशो से कोलार रोड तक करीब 4.50 किमी सड़क नहीं बनाई जा रही है। जबकि फरवरी 2013 में इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी हुए थे। पर काम शुरू नहीं हुआ। स्थिति यह है कि वाहन चालकों को दचके खाते हुए सफर करना पड़ता है। सड़क पर डामर का नामोनिशां नहीं बचा है। सिर्फ धूल ही धूल उड़ती है। सड़क पर सैकड़ों बड़े-बड़े और गहरे गड्ढे हो गए हैं। इस वजह से वाहन और वाहन चालक दोनों की हालत खराब हो जाती है। करीब एक दर्जन से ज्यादा गांव को लोग परेशान हैं। बारिश में तो लोग इस रोड पर जाने से ही कतराते हैं। सालभर से सड़क की ऐसी स्थिति है।