कोलार में छापा ,अफसरों ने छिपाई फाइलें
क्वालिटी पैराडाइज़ की भी शिकायत हुई नगर पालिका कोलार में वर्ष 2009-2013 तक की बिल्डिंग परमिशन की जांच कर रही ईओडब्ल्यू को महज 19 प्रकरणों की फाइल ही मिल पाई है। टीम 25 प्रकरणों के दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है। दो दिन की कार्रवाई के बाद टीम ने इन फाइलों को छिपाए जाने का शक जताया है।ईओडब्ल्यू की छापामार कार्यवाही के बाद कई पीड़ितों ने भी अपनी शिकायतें दर्ज करवाना शुरू कर दिया है ।ईओडब्ल्यूको की गई एक शिकायत में क्वालिटी पैराडाइज़ कॉलोनी के नकशे में हेराफेरी कर बगीचे ,योग केंद्र ,स्कूल और अस्पताल की आरक्षित जमीन पर कोलार नगर पालिका के अफसरों की मीलीभगत से डुप्लेक्स और दुकाने बनाकर बेचे जाने का मामला भी सामने आया है । नगर निगम में कोलार नगर पालिका के विलय के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने शनिवार दोपहर को गेहूंखेड़ा स्थित उसके दफ्तर में छापा मारा था। नगर पालिका में बिल्डिंग परमिशन, कॉलोनियों के हस्तांतरण और अन्य प्रमाण पत्रों में अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद टीम ने यह कार्रवाई की थी। करीब सात घंटे चली कार्रवाई के दौरान टीम ने यहां से कुछ मामलों का रिकॉर्ड भी जब्त किया था। बाकी रिकॉर्ड जब्त करने के लिए निरीक्षक अनिल गोहा के नेतृत्व में टीम सोमवार दोपहर भी नगर पालिका दफ्तर में पहुंची। दो दिन की कार्रवाई के बाद टीम ने यहां से कुल 19 मामलों का रिकॉर्ड जब्त कर लिया है। टीम ने सीएमओ सत्येंद्र सिंह धाकरे, उप राजस्व निरीक्षक श्रीराम पटेल और दीपक श्रीवास्तव से भी पूछताछ की। इनके अलावा पूर्व सीएमओ राजेश श्रीवास्तव को फोन कर फाइलों के बारे में पूछा। टीम ने उन्हें मंडीदीप नगर पालिका से कोलार नगर पालिका दफ्तर आने के लिए कहा, लेकिन श्रीवास्तव एक घंटे में आने का कह कर शाम सात बजे तक भी कोलार नपा दफ्तर में नहीं पहुंचे। सोमवार दोपहर करीब एक बजे कोलार नगर पालिका दफ्तर पहुंची टीम ने शाम सात बजे तक सर्चिंग की। निरीक्षक अनिल गोहा के मुताबिक टीम ने वहां स्टाफ से बिल्डिंग परमिशन और कालोनियों के हस्तांतरण की प्रक्रिया को भी समझा। टीम ने यह भी समझा कि फाइलें क्यों गुम हैं ? इसके लिए कौन जिम्मेदार है। फिलहाल टीम जब्त किए गए दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है। इसमें सामने आई गड़बड़ियां उजागर होने के बाद संबंधित अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।ईओडब्ल्यू के एस पी हेमंत चौहान ने कहा कि कोलार नगर पालिका में हुई गड़बड़ी के सम्बन्ध में कोई भी पीड़ित अपनी शिकायत कर सकता है । ईओडब्ल्यू के सूत्र बताते हैं इस मामले की गंभीरता से जाँच कर दोषियों के खिलाफ सख्त की जाएगी उससे पहले नगर पालिका से गायब हुई फाइलों की खोज के लिए कुछ और जगह छापेमारी की कार्यवाही की जाएगी ।