मां को कैसे बताता कि परमानेंट दवा लेने जा रहा हूं
‘मुझे मरने से डर लग रहा है, लेकिन मैं अब जीना नहीं चाहता। अभी-अभी मां व भाई का फोन आया था। मां बार-बार दवाइयां लेने का बोल रही थीं। उन्हें कैसे बताता कि मैं परमानेंट दवा लेने जा रहा हूं।’ दोस्त को यह मैसेज करने के बाद एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र विशाल ने रविवार देर रात कोलार रोड पर 6वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट से कूदकर खुदकुशी कर ली। मरने से पहले दोस्त को भेजे मैसेज में उसने यह भी लिखा कि वह अपने साथ मोबाइल ले जा रहा है, ताकि रास्ते में गाने सुन सके। जानकारी के अनुसार मूलत: हरियाणा के रेवाड़ी में रहने वाला विशाल यादव पुत्र इंद्रजीत यादव (18) यहां एलएन मेडिकल कालेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में पढ़ता था और कोलार रोड स्थित सागर प्रीमियम टावर में दोस्त जतिन के साथ रहता था। हाल में उसका एक पेपर बिगड़ गया था, जिसके बाद से वह काफी तनाव में था। रविवार की देर रात उसने दोस्त जतिन के मोबाइल पर मैसेज करने के बाद टावर 6वीं मंजिल से कूद गया। स्थानीय लोग उसे इलाज के लिए जेके अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सोमवार को पीएम के बाद भोपाल पहुंचे छात्र के पिता इंद्रजीत को शव सौंप दिया गया, जिसे लेकर वे हरियाणा के लिए रवाना हो गए।अच्छे से पढ़ना और आगे बढ़नाविशाल ने जतिन को भेजे मैसेज में लिखा था कि मैं जा रहा हूं, पर तुम लोग अच्छे से पढ़ना और आगे बढ़ना। मैं तुम सभी को बहुत याद करूंगा।