सर्वधर्म के पूर्व अध्यक्ष, CMO और बिल्डर पर FIR
कोलार में हुई हेराफेरी में पहला मामला दर्ज कोलार में सर्वधर्म हाउसिंग सोसायटी के संचालकों ने सदस्यों की 22.72 एकड़ जमीन स्वदेश बिल्डर एंड डेवलपर्स को बेच दी। इस गड़बड़ी में कोलार नगरपालिका के पूर्व सीएमओ सहित कई अधिकारी एवं कर्मचारी भी शामिल रहे। यह जमीन वर्ष 2002 से 2009 के बीच छोटे-छोटे हिस्सों में बेची गई। ईओडब्ल्यू ने जांच के बाद गुरुवार को इस मामले में एक दर्जन से अधिक आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ईओडब्ल्यू ने 29 सितंबर को तत्कालीन कोलार नगरपालिका के दफ्तर पर छापा मारा था। उसने वहां बिल्डिंग परमिशन शाखा की कई फाइल जब्त की थीं। इन्हीं फाइलों की जांच के दौरान यह मामला उजागर हुआ है। जांच में पता चला कि जमीन बेचने के लिए न तो हाउसिंग सोसायटी की आमसभा में प्रस्ताव पारित किया गया और न ही सहकारिता विभाग के पंजीयक से इसे बेचने की अनुमति ली गई। ईओडब्ल्यू ने स्वदेश बिल्डर एवं डेवलपर्स के पार्टनर, पी. राजू, सर्वधर्म गृह निर्माण सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष रियाज खान व मुनव्वर खान, कोलार नगरपालिका के तत्कालीन सीएमओ राजेश श्रीवास्तव, अकाउंट ऑफिसर विनोद जैन, सब इंजीनियर विनोद त्रिपाठी, दैवेभो कर्मचारी दीपक श्रीवास्तव व विनय खरे, जिला कार्यालय संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश के तत्कालीन अधिकारियों सहित भोपाल के तत्कालीन उप पंजीयक, ऑडिटर्स तथा सहकारी संस्थाएं एवं हुजूर के तहसीलदार सहित अन्य पर मामला दर्ज किया है। तत्कालीन उप पंजीयक ने भी इन तथ्यों को नजरंदाज कर बिक्री के दस्तावेजों का रजिस्ट्रेशन कर दिया। उस समय हुजूर में पदस्थ तहसीलदार और ऑडिटर, सहकारी संस्थाओं ने भी इन गड़बड़ियों को नजरंदाज कर दिया। जमीन मिलने के बाद स्वदेश बिल्डर के नितिन अग्रवाल और पी. राजू ने कुछ हिस्से पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने के लिए नगरपालिका के अधिकारियों से सांठगांठ कर बिल्डिंग परमिशन जारी करा ली। यह परमिशन देने से पहले संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश के अधिकारियों ने भी आवेदन की जांच नहीं की। उन्होंने आवेदन में कई जरूरी दस्तावेज न होने पर भी आपत्ति नहीं ली। कोलार नपा में छापे के बाद ईओडब्ल्यू ने वहां से वर्ष 2009-2013 तक के 26 बिल्डिंग परमिशन के प्रकरणों के रिकॉर्ड जब्त किए थे। इनमें से शेष मामलों की जांच चल रही है। सीएम ने पकड़ी थी गड़बड़ी बीती जनवरी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कोलार नगरपालिका का निरीक्षण किया था। इस दौरान गड़बड़ी मिलने पर उन्होंने अनियमितता के चलते उपयंत्री प्रदीप शुक्ला और मानचित्रकार अनूप शर्मा को तत्काल सस्पेंड कर दिया था। निरीक्षण के दस दिन बाद सीएमओ राजेश श्रीवास्तव को भी सस्पेंड कर दिया गया, जबकि तत्कालीन एसडीएम सुनील दुबे का तबादला कर दिया गया था।ईओडब्ल्यू ने स्वदेश बिल्डर एवं डेवलपर्स के पार्टनर, पी. राजू, सर्वधर्म गृह निर्माण सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष रियाज खान व मुनव्वर खान, कोलार नगरपालिका के तत्कालीन सीएमओ राजेश श्रीवास्तव, अकाउंट ऑफिसर विनोद जैन, सब इंजीनियर विनोद त्रिपाठी, दैवेभो कर्मचारी दीपक श्रीवास्तव व विनय खरे, जिला कार्यालय संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश के तत्कालीन अधिकारियों सहित भोपाल के तत्कालीन उप पंजीयक, ऑडिटर्स तथा सहकारी संस्थाएं एवं हुजूर के तहसीलदार सहित अन्य पर मामला दर्ज किया है।