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मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा कहा और फिर फांसी पर झूल गई
मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा कहा और फिर फांसी पर झूल गई
कोलार रोड पर मानसरोवर डेंटल कॉलेज की एक छात्रा ने हास्टल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसने यह कदम क्यों उठाया फिलहाल इसका खुलासा नहीं हो सका है। कोलार थाने के टीआई अखिलेश मिश्रा के मुताबिक जयश्री विश्वकर्मा मानसरोवर डेंटल कॉलेज में बीडीएस फर्स्ट इयर की छात्रा थी। मूलत: अनूपपुर की रहने वाली जयश्री कुछ महीने पहले ही हॉस्टल में आई थी। गुरुवार सुबह हॉस्टल की अन्य छात्राओं ने उसे आवाज दी, तो उसने दरवाजा नहीं खोला। अंदर झांकने पर पता चला कि उसने फांसी लगा ली है। कॉलेज प्रबंधन की सूचना पर कोलार पुलिस मौके पर पहुंच गई। फिलहाल उसके पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। जयश्री का अक्टूबर में एडिमशन हुआ था। हॉस्टल के सेकेंड फ्लोर के रूम नंबर-25 में रहती थी। उसने सुबह 5 बजे अपने पिता जयगोपाल विश्वकर्मा से मोबाइल पर बात की थी। उसके रूम में सहेली नेहा भी मौजूद थी, जो सुबह 6.30 बजे अपने कमरे में फ्रेश होने चली गई थी। जबकि उसकी रूम मेट एकता 7.30 बजे नीचे दूध लेने गई थी। जब वह वापस लौटी, तो जयश्री को पंखे पर लटके देखा। पुलिस के मुताबिक, उसने 7.30 बजे के बाद सुसाइड की है। जयश्री के पिता ने बताया कि जयश्री का अक्टूबर में एडमिशन कराया था। नवंबर में जब वह अनूपपुर घर आई थी, तब उसने बताया था कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। एक हफ्ते पहले वह चेकअप के बाद भोपाल लौटी थी। उसने गुरुवार सुबह 5 बजे कॉल करके बताया कि, उसे कुछ अच्छा नहीं लग रहा है। काम में मन नहीं लग रहा। वह थोड़ा परेशान थी, लेकिन क्यों यह नहीं बताया। जयश्री उनकी इकलौती बच्ची थी।सुसाइड की मुख्य वजह एक्जाम में फेल होनामनोरोग विशेषज्ञ डॉ. विनय मिश्रा बताते हैं कि युवाओं में डिप्रेशन, एक्जाम में फेल होना और रिलेशनशिप में फेल होना सुसाइड करने की अहम वजहें हैं। इसके अलावा और भी कई कारण हैं, जिनकी वजह से युवा सुसाइड करते हैं। सुसाइड करने वाले 70 फीसदी वाले लोग इसी एज ग्रुप के होते हैं। पिछले कुछ सालों के आकड़ों पर यदि नजर डालें, तो लड़कियों के मुकाबले दोगुने लड़के यह आत्मघाती कदम उठा रहे हैं।
Other Source 2016/05/08

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