मेट्रोमोनियल एजेंसी का कमाल नकली शादी ,नकली दुल्हन
साईं मेट्रिमोनियल कंपनी ने शादी कराने का झांसा देकर 50 से ज्यादा लोगों से लाखों रुपए हड़प लिए है। इस फर्जी कंपनी के संचालक पैसे लूटने के लिए लड़के को लड़की की झूठी फैमिली से मिलवाकर शादी या सगाई करवा दिया करते थे। बाद में ये दुल्हनें लड़के वालों से मोटी रकम लेकर रफूचक्कर हो जाया करती थी।शादी के नाम पर धोखाधड़ी के इस मामले की जाँच कोलार थाने की पुलिस रही है। मेरी शादी को लेकर 2 साल से मेरे घर वाले परेशान थे, एक दिन मेरे दोस्त ने साईं मेट्रिमोनियल का नंबर दिया। मैंने उस नंबर पर कॉल किया और कंपनी संचालकों ने मुझे अपने बायोडाटा के साथ कोलार रोड स्थित ऑफिस में बुलाया। कुछ महीनों बाद मेरी एक लड़की से सगाई हुई। सगाई के वक्त मेरे परिवार ने लड़की को कुछ कैश रकम और गहने दिए थे। लेकिन, सगाई के बाद से ही लड़की और उसकी परिवार फरार है। इस बारे में मैंने वापस मेट्रिमोनियल कंपनी से संपर्क किया, तो उनका कहना था कि हमारा काम संबंध कराना है, लड़की को तलाशना नहीं। परेशान होकर मैंने पुलिस की शरण ली, मुझे उम्मीद है कि पुलिस मुझे इंसाफ दिलाएगी। यह शिकायत शाजापुर के एक व्यक्ति ने कोलार थाने में दर्ज कराई है। कोलार पुलिस का कहना है साईं मेट्रिमोनियल कंपनी ने शादी कराने का झांसा देकर 50 से ज्यादा लोगों से लाखों रुपए हड़प लिए है। इस फर्जी कंपनी के संचालक पैसे लूटने के लिए लड़के को लड़की की झूठी फैमिली से मिलवाकर शादी या सगाई करवा दिया करते थे। बाद में ये दुल्हनें लड़के वालों से मोटी रकम लेकर रफूचक्कर हो जाया करती थी।इसका खुलासा तब हुआ था, जब एक पीड़ित शिकायत लेकर कोलार थाने पहुंचा था। शिकायत के आधार पर जांच करने पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने मेट्रिमोनियल कंपनी के संचालकों से पूछताछ की, तो कुछ और ही मामला सामने आया। मामले के तहत यह कंपनी पूरी तरह से फर्जी थी और लोगों से झूठे वादे करके उन्हें बेवकूफ बनाया करती थी।भोपाल में कोलार रोड स्थित इस मेट्रिमोनियल कंपनी के दफ्तर में लोगों से शादी करवाए जाने के वादे करके पैसे लेकर फॉर्म भरवाए जाते थे। कोलार पुलिस ने इस संबंध में आमिर खान और जावेद नाम के दो युवकों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ 420 का प्रकरण दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है। इंदौर निवासी 28 वर्षीय लखन सिंह ने एक परिचित के जरिए छह महीने पहले साईं कृपा मेट्रिमोनियल कंपनी में शादी के लिए आवेदन किया था। कंपनी संचालक उन्हें देवउठनी ग्यारस पर शादी कराने की बात कहते रहे थे। वे कई बार भोपाल आए, इसके बाद भी शादी नहीं करवाई गई। लखन ने इसके लिए करीब 25 हजार रुपए की रसीद कटवाई थी। आरोप है कि कंपनी शादी कराने का झांसा देकर लोगों से पांच से 25 हजार रुपए तक वसूलती थी।कोलार पुलिस के पास शाजापुर निवासी बाबूलाल पाटीदार ने भी शिकायत दर्ज करवाई थी कि 2 साल पहले इस कंपनी ने शादी कराने के नाम पर उनसे 25 हजार रुपए लिए थे। पैसे देने के एक महीने बाद मैंने आमिर खान को कॉल किया, तो उसने कहा कि 2 महीने बाद आपकी शादी करा दी जाएगी। दो महीने बाद जब कोई जवाब नहीं आया तो, मैं खुद भोपाल आया और आमिर से मिला। उस वक्त आमिर ने फिर 6 महीने का वक्त मांगा और कहा कि 6 महीने में शादी करा दी जाएगी। धीरे-धीरे दो साल गुजर गए, लेकिन कोई अब तक शादी का कोई ऑफर नहीं आया, इसलिए मैंने इस मामले में पुलिस की मदद लेना ही उचित समझा।जानकारी के अनुसार इस फर्जी काम में आमिर और जावेद के साथ कई लोग शामिल है, जो ग्राहक ढूंढ कर लाने में उनकी मदद करते थे। कोलार टीआई अखिलेश मिश्रा ने बताया कि इनके कुछ लोग शहर और गांव में पैम्पलेट बांटते थे। पैम्पलेट के आधार पर, जब लोग इनसे संपर्क करते थे, तो ये शादी का झांसा देकर उनसे पैसे ले कर एक फर्जी रसीद दे दिया करते थे।रसीद कट जाने के बाद, जब ग्राहक शादी के लिए दबाव बनाते थे, तो आमिर और जावेद आनन-फानन में उनकी झूठी सगाई करवा देते थे। इतना ही नहीं करीब 50 से ज्यादा मामलों में कंपनी संचालकों ने लोगों की झूठी शादी भी करवाई है।पुलिस जाँच में खुलासा हुआ कि अत्यधिक दबाव बनाए जाने के बाद जावेद और आमिर रातों-रात एक लड़की और उसकी झूठी फैमिली का इंतजाम करते थे। इस झूठी फैमिली को वे शहर में कहीं भी किराए से एक फ्लैट या घर दिलवा देते थे। सबकुछ सेट हो जाने के बाद आमिर ग्राहक को कॉल करके लड़की की फैमिली से मिलने के लिए उसके घर बुलाता था। दोनों परिवारों के मिलने के बाद तुंरत सगाई कर दिया करते थे।लड़की के परिवार से मिलाए जाने के बाद कंपनी संचालक बाकी की राशि भी ले लिया करते थे। जानकारी के अनुसार अक्सर लड़की वाले किसी न किसी बातों को लेकर सगाई तोड़ दिया करते थे। ऐसे मामलों में जब ग्राहक वापस कंपनी के पास जाते थे, वे यह कहकर पल्ला झाड़ लिया करते थे कि हमारा काम सिर्फ रिश्ता जोड़ना था। कुछ मामलों में तो शादी के दूसरे दिन अचानक दुल्हन गायब भी हो जाया करती थी, भागते वक्त दुल्हन अपने साथ अक्सर पैसे और गहने भी लूट कर ले जाया करती थी।अपने ग्राहकों की शादी में कंपनी संचालक विशेष रूप से जाया करते थे। शादी के तुरंत बाद वे नवदंपति को कोर्ट की मोहर लगा हुआ फर्जी मेरिज सर्टिफिकेट भी देते थे। सर्टिफिकेट देते वक्त आमिर याद से कंपनी द्वारा दी गई रशीद ग्राहक से वापस ले लिया करता था, ताकि उसके पास कंपनी के खिलाफ कोई सबूत न रह जाए। बीती 9 मई को मंडीदीप पुलिस भी ऐसे ही मेट्रिमोनियल कंपनी का फर्जीवाड़ा उजागर कर चुकी है। शादी कराने का झांसा देकर कंपनी ने 40 से ज्यादा युवक-युवतियों से करीब दस लाख रुपए हड़पे थे।