सेंटर वर्ज में होर्डिंग दे रहे दुर्घटना को न्योता
इस खेल में हुआ है भ्रस्टाचार कोलार के मुख्य मार्ग, फोरलेन सड़क के बीच में बने सेंट्रल वर्ज में विज्ञापन एजेंसियों द्वारा भारी भरकम विज्ञापन बोर्ड लगा दिए गए हैं। इनके लगने से सड़क में आवागमन करने वाले वाहन चालकों को बहुत परेशानी हो रही है। राहगीरों ने बताया कि वाहन चलाते समय जब विज्ञापन बोर्ड पर निगाह चली जाती है, तो वाहन किसी अन्य वाहन या फिर सेंटर वर्ज से टकरा जाता है। गौरतलब है कि कोलार इलाके के मुख्य मार्ग में मंदाकिनी चौराहे स्थित रिलायंस फ्रेश से लेकर महाबली नगर तक बने सेंट्रल वर्ज में विज्ञापन एजेंसी ने दर्जनों पोल लगाए हैं। इस सबके लिए जिम्मेदार नगर निगम ,लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इससे आँखें मूंदें किसी बड़े हादसे का इन्तजार कर रहे हैं। कोलार रोड पर ये पोल करीब 10 फीट ऊंचे लोहे के हैं, जिसमें विज्ञापन बोर्ड लगा दिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पोल लगाने वाली एजेंसी को नोटिस दिया गया था और पोल हटाने को कहा गया है। पोल नहीं हटाने पर विभाग द्वारा सामग्री जब्त की कार्रवाई होनी थी। लेकिन बाद में न जाने क्या हुआ कि कार्रवाई नहीं हुई और सेंटर वर्ज में बेधड़क होकर विज्ञापन वोर्ड लगाए जा रहे हैं, जबकि सेंटर वर्ज में विज्ञापन नियम विरुद्ध है। सूत्रों का कहना है विज्ञापन एजेंसी और कुछ बड़े अफसरों के बीच इन्हें लगाने के लिए मोटी रकम का लेनदेन हुआ है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि सेंट्रल वर्ज में स्ट्रीट लाइट के पोल लगाने की अनुमति केवल नगर पालिका को दी गई थी, इससे पहले बिजली वितरण कंपनी को भी हाईटेशंन लाइन के पोल लगाने की अनुमति मिली थी। हैरत की बात है कि निजी कंपनी या एजेंसी को सेंट्रल वर्ज में विज्ञापन बोर्ड और प्रचार सामग्री लगाने की अनुमति कैसे मिल गई।