इंदौर। गुरुवार की सुबह शहर के पूर्वी क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। गैस सिलेंडर फटने से एक महिला, उसके दो बेटे और भाई सहित चार लोग झुलस गए। वहीं, धमाके से आसपास के दो और पीछे के एक घर की दीवार टूट गई। इनमें से बाजू वाले मकान की दीवार गिरने से वहां किराए से रह रहे दो भाई घायल हो गए। इनमें से एक को ज्यादा चोट आई।
घटना आज सुबह करीब 7.30 बजे न्यू गौरी नगर में हुई। यहां पप्पू सेठ का दो मंजिला मकान है। वे पहले माले पर पत्नी और तीन बेटियों के साथ रहते हैं। तल मंजिल पर मूलत: झांसी का कमलेश पत्नी भागवंतीबाई (35), बेटे आकाश (17), रोहित (15) व साले सुनील पिता आशाराम (22) के साथ रहता है। पिछले कुछ दिनों से कमलेश किसी काम के चलते झांसी गया था। घर में पत्नी, दोनों बेटे और साला था। आज सुबह भागवंतीबाई ने चाय बनाने के लिए जैसे ही गैस चालू किया, घर में आग लग गई और सिलेंडर में धमका हो गया। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास रहने वाले दिलीप गुर्जर और विक्रम पंडित के घरों की दीवार गिर गई। वहीं भागवंतीबाई के घर की पीछे की दीवार टूटने से उड़ा मलबा और ईंट गली के दूसरे छोर पर पहुंचा और यहां रहने वाले गोरेलाल माली के घर के पीछे की दीवार तोड़ दी। हालांकि यहां कोई घायल नहीं हुआ। आग लगने और सिलेंडर से ब्लास्ट होने से भागवंतीबाई, रोहित, आकाश गंभीर रूप से झुलस गए तो सुनील मामूली रूप से झुलसा। धमाके की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पड़ोसी की आगे की दीवार भी टूट गई और वहां किराए से रहने वाले दो भाई धर्मेंद्र पिता अनारसिंह (22) व रघुवीरसिंह पिता अनारसिंह (20) घायल हो गए। इनमें से धर्मेंद्र को ज्यादा चोट आई है। सभी का एमवाय अस्पताल में इलाज चल रहा है।
तोप के गोले जैसा उड़ा मलबा, दीवार के उड़े परखच्चे
सुबह पप्पू सेठ के घर में गैस का सिलेंडर फटने से हुआ धमाका बड़ा ही जोरदार था। सेठ की किराएदार भागवंती पति कमलेश के घर की दीवार तो टूटी ही लेकिन इससे उड़ा मलबा तोप के गोले के सामन उड़ा और पास में रहने वाले दीलिप गुर्जर के घर की दीवार से जा टकराया। इससे गुर्जर के घर की दीवार के परखच्चे उड़ गए और बड़ा से छेद हो गया। गनीमत रहीं कि वहां कोई नहीं था। नहीं तो जान माल की हानि हो सकती थी। वहीं धमाके से पड़ोसी विक्रम पंडित के घर के आगे के कमरे की दीवार गिरने से दो किराएदार भाई घायल हो गए।
लगा मानो भूकंप आ गया
न्यू गौरीनगर में ही रहने वाले पड़ोसी चिंटू यादव ने बताया कि वह सो रहा था कि तभी धमाके की आवाज आई। लगा भूकंप आया है। वह तुरंत जाग गया। मां ने बताया पास ही में किसी मकान में धमाका हुआ है। वह तेजी से दौड़ता हुआ मौके पर पहुंचा तो चीखपुकार की आवाजें आ रही थी। उसने तुरंत ही 108 एम्बुलेंश को फोन किया।
मलबे में दबी थी महिला
हादसे के मोहल्ले के लोगों ने मदद करना शुरू कर दी। वे तुरंत घर में घुसे और मलबे में दबी भागवंतीबाई को बाहर निकाला उसका हाथ झुलस गया था और शरीर पर कई जगह चोट लगी थी। उसके दोनों बेटे और भाई को भी झुलसने के साथ-साथ चोट लगी थी। किसी ने तुरंत भागवंतीबाई के पति कमलेश को फोन कर घटना की सूचना दी।
रिश्तेदार पहुंचे मौके पर
उन्होंने गौरीनगर में ही रहने वाले अपने चचेरे साले प्रेमसिंह को फोन किया और घटना की जानकारी दी। प्रेमसिंह तुरंत मौके पर पहुंचा। इस बीच रहवासियों की सूचना पर पहुंची हीरानगर थाने की डॉयल-100 घायलों को एमवाय अस्पताल लेकर जा चुकी थी।
तीन की हालत गंभीर
प्रेमसिंह भी तुरंत एमवाय के लिए रवाना हो गया। प्रेमसिंह के अनुसार घायलों में सुनील की हालत ही थोड़ी बहुत ठीक है जो कि बातचीत कर पा रहा है। वहीं बहन भागवंतीबाई और दोनों भांजे बहुत ज्यादा झुलस गए हैं। सभी का एमवाय अस्पताल में इलाज चल रहा है। चिंटू यादव के अनुसार पप्पू सेठ के जिस मकान में हादसा हुआ। वहां दूसरा किराएदार सोनू भी पत्नी और दो बच्चों के साथ था लेकिन सौभाग्य से उनमें से कोई भी घायल नहीं हुआ।