जेके अस्पताल में महिला की मौत , परिजनों ने किया हंगामा
कोलार स्थित जेके मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में हार्निया का ऑपरेशन करने से पहले इंजेक्शन लगाने के बाद महिला की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इससे अस्पताल के परिसर में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर पहुंची चूनाभट्टी और कोलार थाने की पुलिस ने परिजनों को शांत कराया। परिजनों का बयान लेने के बाद महिला के शव को पीएम के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया।साकेत नगर निवासी संगीता (36) को पति पुनीत मान ने मंगलवार शाम हार्निया का ऑपरेशन कराने के लिए जेके अस्पताल के सर्जिकल वार्ड-17 में भर्ती कराया था। ऑपरेशन से पहले होने वाला इलाज भी शुरू हो गया था। बुधवार सुबह 6 बजे हार्निया का ऑपरेशन करने से पहले मोनोस्कोट नामक एंटीबायोटिक इंजेक्शन महिला को लगाया गया। उसके तुरंत बाद महिला को घबराहट होने लगी और 20 से 25 मिनट बाद मौत हो गई। इससे परिजन भड़क गए और नर्स पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया और हंगामा शुरू कर दिया।पुनीत मान ने बताया कि गलत इंजेक्शन लगाने से पत्नी की मौत हुई है। मौत के बाद वार्ड से शव को तुरंत बाहर रख दिया। नर्स व संबंधित डॉक्टर का नाम नहीं बताया गया। मेरे पिता चरणसिंह जेके अस्पताल में ही काम करते हैं। हार्निया का ऑपरेशन ठीक से हो जाए, इसलिए यहां पर भर्ती कराया गया था। मेरी तीन बेटियां निधि, दिव्या और कनक है। अब इनकी देखभाल कौन करेगा।वहीं अस्पताल प्रबंधन की ओर से जेके मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. डीके सत्पथी ने बताया कि महिला को इंजेक्शन लगाने से रिएक्शन हुआ है। ऑपरेशन से पहले ऐसी दवाइयां दी जाती हैं, जिससे कोई इन्फेक्शन न हो। अमूमन हार्निया का ऑपरेशन करने से पहले मोनोस्कोट इंजेक्शन लगाया जाता है। दवा का रिएक्शन कैसे हुआ है। यह जांच की रिपोर्ट आने से ही पता चलेगा।मामले की जांच कर रहे चूनाभट्टी थाने के टीआई मनोज पटवा ने बताया कि प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि इंजेक्शन लगाने से किस तरह का रिएक्शन हुआ, जिससे महिला की मौत हो गई।