अस्पताल ने मरीज को बंधक बनाया
बीएस सकलेचा हॉस्पिटल ने मानवता की सारी हदों को पार कर एक किसान की बेटी को इलाज का बिल न चुकाने पर बंधक बना लिया है। एक महीने से महिला को अस्पताल प्रबंधन ने बंधक बनाकर रखा है। उसे न तो डिस्चार्ज कर रहे हैं, न ही पति से मिलने दिया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन महिला को मुक्त करने के बदले दो लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार सलामतपुर में रहने वाले ज्ञान सिंह खेती किसानी करते हैं। करीब दो महीने पहले उनकी 25 वर्षीय गर्भवती बेटी सीमा कीर मंडीदीप स्थित अपने घर में गिर गई थी। परिजनों ने पहले उसे सुल्तानिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने एक बेटे को जन्म दिया। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद उसे वृदावन गार्डन के सामने सकलेचा अस्पताल में एडमिट कराया। उसके सिर में चोट थी, तो डॉक्टरों ने 15 दिन तक उसका इलाज किया। ज्ञान सिंह ने बताया कि उन्होंने उस समय अस्पताल में 32 हजार रुपए बिल और मेडिकल से 10 हजार रुपए की दवाई भी खरीदी थी। अब अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें दो लाख रुपए चाहिए। उसके बाद ही उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा।बीएस सकलेचा हॉस्पिटल के संचालक बीएस सखलेचा का कहना है -हमने मरीज का इलाज किया है, परिवार के लोग बिल देना ही नहीं चाहते हैं। बिल तो उन्हें देना ही पडेÞगा, अस्पताल का बिल अदा किए बिना डिस्चार्ज कैसे किया जा सकता है।