बच्ची की सूझबूझ से भागेलुटेरे
भूमिका रेसिडेंडी की घटना कोलार इलाके में सेंट जोसफ को-एड स्कूल में पढ़ने वाली आठवीं कक्षा की एक छात्रा ने गुरुवार को अदम्य साहस का परिचय दिया। घर में अकेली मौजूद इस छात्रा का साहस देख भीतर दाखिल हो चुके लुटेरों को उल्टे पांव भागना पड़ा। बदमाशों की इस टोली में एक महिला भी शामिल बताई गई है। पुलिस छात्रा द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर बदमाशों की तलाश कर रही है। आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है। कोलार थाना प्रभारी सुदेश कुमार तिवारी के मुताबिक मंदाकिनी कालोनी के पास भूमिका रेसीडेंसी में रहने वाले विकास पाटोदी एक कंपनी में सीनियर मैनेजर हैं। उनके परिवार में पत्नी श्वेता के अलावा बेटी रीति (12) और युग (8) हैं। गुरुवार को विकास ड्यूटी पर थे और दोपहर करीब डेढ़ बजे पत्नी श्वेता छोटे बेटे युग को लेकर बाजार चली गईं। घर में बेटी रीति अकेली थी।इसी बीच किसी ने दरवाजा खटखटाया। रीति ने आई डोर से देखा तो एक महिला सामने खड़ी दिखाई पड़ी। कारण पूछने पर महिला ने बताया कि कोरियर आया है। इस पर रीति ने दरवाजा खोला और चेन फंसा दी। इसी बीच एक युवक ने भीतर हाथ डाला और चेन निकालने लगा। उसे देख रीति दूसरे कमरे में जाकर छुप गई। इधर चेन खुलते ही महिला और तीन अन्य युवक घर के भीतर दाखिल हो गए और सामान तलाशने में जुट गए। हुलिए से हो रही लुटेरों की तलाश : रीति ने पुलिस को बताया कि एक महिला और तीन युवक उसे दिखाई पड़े थे। उसने महिला और युवकों का हुलिया भी पुलिस को बताया है। पुलिस इसी हुलिए के आधार पर बदमाशों की तलाश कर रही है।भागकर रीति दूसरे कमरे में गई, तभी उसे मां का मोबाइल फोन दिख गया। उसने होशियारी के साथ दरवाजा खोलकर मोबाइल उठाया और भीतर से बंद कर लिया। उसने मोबाइल नंबर डायल करना शुरू ही किया था कि उसके की- पैड की आवाज दूसरे कमरे में मौजूद लुटेरों को सुनाई पड़ गई। इस पर लुटेरे बगैर कोई सामान चोरी किए ही भाग निकले। इस दौरान रीति अपनी मां और पिता को घटना की जानकारी दे चुकी थी। उनके घर पहुंचने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। आईजी ने इस बहादुरी लड़की को 10 हजार रुपए का इनाम देने का ऐलान किया है।