इंदौर। मध्यप्रदेश की राजधानी इंदौर के स्टाइलिस्ट ट्रैफिक कॉप रंजीत सिंह अपने निराले डांसिंग अंदाज से ट्रैफिक कंट्रोल कर दुनिया भर में अपनी पहचान बना चुका हैं, लेकिन उनके एक विवादित वीडियो के वायरल होने के बाद उनकी किरकिरी हो रही है। सोमवार को दोपहर की इस घटना के वीडियो में रंजीत एक ऑटो चालक की पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं, गुस्से में लात मारते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। इस घटना के विरोध में इंदौर रिक्शा चालक महासंघ के नेतृत्व में ऑटो चालकों ने मंगलवार को सुबह शहर के पूर्वी क्षेत्र के एमटीएच कम्पाउंड स्थित यातायात थाना कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। उन्होंने प्रदर्शन कर घटना का विरोध जताते हुए थाने का घेराव कर दिया।
रिक्शा चालक महासंघ के सदस्य राजेश बिडक़र के नेतृत्व में मंगलवार को सुबह शहर के सैकड़ों रिक्शा चालक ट्रैफिक थाना कार्यालय पहुंचे और थाने का घेराव कर दिया। ऑटो चालकों का आरोप है कि आए दिन उनके साथ यातयात पुलिसकर्मियों द्वारा इसी तरह से सख्त रवैया अपनाया जाता है। ऑटो चालकों की माने तो वो भी समाज का एक हिस्सा है, लेकिन पुलिस उन्हें दरकिनार कर उनके साथ दुव्र्यवहार करती है। ऑटो चालक महासंघ ने हाइकोर्ट तिराहे पर हुए घटनाक्रम पर अफसोस जताकर रंजीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस के आला अधिकारियों को बकायदा शिकायत की गई।
वहीं, डांसिंग कॉप रंजीत सिंह की घटना के बाद सफाई आई, जिसमे उन्होंने बताया कि लैंटर्न चौराहे से ऑटो चालक रांग साइड आ रहा था और उसे जब रोकना चाहा तो चालक ने ऑटो उनके पैर पर चढ़ाने की कोशिश की। नियमों के उल्लंघन पर उन्हें गुस्सा आया। इस सफाई को ऑटो चालक यूनियन ने सिरे से नकारते हुए मंगलवार को सुबह जोरदार प्रदर्शन किया। नारेबाजी के बीच यातयात पुलिस के अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दिया है, वही ऑटो चालक यूनियन सोमवार को हुई घटना के विरोध में जल्द ही बड़ा कदम उठाने के संकेत भी विरोध प्रदर्शन के दौरान दे दिए हैं।
दरअसल, घटना सोमवार को हाईकोर्ट तिराहे के पास की है। वीडियो में नजर आ रहा है कि रणजीत ने एक ऑटो चालक को रोका। फिर उसके बाल नोंचकर उस पर चिल्लाना शुरू किया। फिर उसे लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान ऑटो चालक हाथ जोडक़र माफी मांगता रहा। वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार को ऑटो चालकों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए चालकों ने सुबह ट्रैफिक थाने के बाहर जमकर हंगामा किया और सिपाही को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की। उन्होंने पुलिस की गुंडागर्दी नहीं चलेगी के नारे लगाते हुए आरोप लगाया कि खुद को बचाने के लिए सिपाही ने ड्राइवर पर झूठे आरोप लगाए हैं। यदि तीन दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो सडक़ पर एक भी रिक्शा, मैजिक और वैन नहीं दौड़ेंगी। हम उग्र आंदोलन करेंगे।
ऑटो-रिक्शा चालक महासंघ के राजेश बिडकर का कहना है कि सिपाही रणजीत ने हमारे ऑटो चालक को लात-घूंसों से पीटा। हमने सिपाही के निलंबन की मांग की है। तीन दिन का समय कार्रवाई के लिए मांगा गया है। यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वैन, मैजिक सहित अन्य गाडिय़ां सडक़ पर नहीं दौड़ेंगी। पीडि़त ड्राइवर सोमवार शाम 7 बजे घर से गायब है। ये लोग शादी वर्दी में उसके घर पहुंचे थे और अपने तरीके से उसे समझाया था। इसके बाद वह कहीं चला गया है। अब पुलिस ड्राइवर को खोजकर लाएं और आवेदन लेकर उसे सस्पेंड करें। हमारी मांग नहीं मानी तो बड़ी आंदोलन किया जाएगा।