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परिजन अज्ञात लाश को अपना समझकर पहले ही कर चुके थे अंतिम संस्कार
-पुलिस ने मामले में जांच की तो हुआ हत्या का खुलासा
-आरोपित दो दोस्त गिरफ्तार, शव का आज हमीदिया अस्पताल में होगा पीएम
कटारा हिल्स इलाके से लापता हुए एक युवक की हत्या उसके दो दोस्तों ने मिलकर कर दी। परिजनों ने गुमशुदगी की एफआईआर दर्ज करवाई। जब पुलिस ने एक अज्ञात लाश की शिनाख्त परिजनों से करवाई तो लाश के हाथों में बंधे ताबीज को देखकर परिजनों ने उसकी पहचान कर ली और शव का अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन, जब पुलिस ने मामले में जांच की तो इसमें चौकाने वाला खुलासा हुआ। जिस शव का परिजनों ने अंतिम संस्कार किया था वह उनका कोई नहीं था। गुमशुदा हुए युवक की हत्या उसके ही दो दोस्तों ने मिलकर कर दी थी। उन्होंने युवक को नोटों की बारिश दिखाने का झांसा देकर नूरगंज के जंगल में ले जाकर 150 फीट गहरी खाई में फेंक दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई थी। इधर, जिस लाश का परिजनों ने अंतिम संस्कार किया उसकी अभी शिनाख्ती नहीं हो सकी है।
एएसपी संजय साहू ने बताया कि मूलतः ग्राम कामतौन कसिया गौहरगंज जिला रायसेन निवासी 32 वर्षीय रामजीलाल इवने कटारा हिल्स इलाके में रहकर किसान क्रेडिट कार्ड और पेन कार्ड बनवाने का काम करता था। 16 अगस्त को रामजीलाल अचानक गायब हो गया। 24 घंटे तक तलाश करने के बाद जब उसका कोई पता नहीं लगा तो परिजनों ने कटारा हिल्स थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस तलाश में जुटी थी, तभी 28 अगस्त को एक युवक की पांच-दिन पुरानी गली हुई लाश मिली। मृतक के हाथ में बंधे ताबीज के आधार पर रामजीलाल के भाई नवल और राकेश ने उसकी शिनाख्त रामजी के रूप में कर दी। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। हालांकि पुलिस ने मृतक के जांघ की हड्डी जब्त कर डीएनए के लिए भेज दी।
बाइक और मोबाइल नहीं मिलने से पुलिस हुई शंका
एएसपी संजय साहू ने बताया कि अज्ञात लाश की पहचान रामजीलाल इवने के रूप में हो जाने के बाद उसकी बाइक और मोबाइल नहीं मिल रहा था। यह बात जांच टीम को खल रही थी। परिजनों ने इस पर सवाल उठाए थे। जांच में मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली गई। इसके जरिये रामजीलाल के दोस्त राधेश्याम भलावी और राधेश्याम के रूम पार्टनर अर्जुन सिंह कोरकू तक पुलिस पहुंची। रामजीलाल को आखिरी बार राधेश्याम के साथ ही देखा गया था। पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो राधेश्याम टूट गया और बोला कि रामजीलाल के परिजन जिसे रामजीलाल समझ रहे हैं वह कोई और है। उसने रामजी की हत्या नूरगंज में की है।
आरोपित ग्राम जावरा मलखान थाना नूरगंज जिला रायसेन निवासी राधेश्याम (25) ने पुलिस को बताया कि रामजीलाल ने एक साल पहले उससे 25 हजार रुपए लिए थे। उसने डेढ़ लाख रुपए का लोन स्वीकृत कराने की बात कही थी। लेकिन लोन नहीं कराया। जब उससे पैसे वापस मांगे तो वह टाल जाता था। उसने अपने रूम पार्टनर नूरगंज निवासी दोस्त अर्जुन कोरकू (19) के साथ मिलकर रामजी को जान से मारने का प्लान बनाया।
नोटो की बारिश दिखाने का दिया झांसा
आरोपितों ने रामजीलाल को 16 अगस्त को झांसा दिया कि नूरगंज में बाबा नोटों की बारिश कराते हैं, चलो चलकर देखते हैं। इसके बाद तीनों उसकी बाइक पर सवार हुए और नूरगंज के जंगल में पहुंचे। जहां राधेश्याम ने करीब 150 फीट गहरी खाई में रामजीलाल को धक्का दे दिया। रामजीलाल के जेब में चाबी रहने से राधेश्याम खाई में नीचे उतरकर गया और उसकी जेब से चाबी निकालकर लाया। इस दौरान उसने रामजीलाल को हाथ लगाकर तसल्ली की थी कि वह मरा है या नहीं। इसके बाद दोनों ने बाइक और उसका मोबाइल छुपा दिया था। पुलिस ने आरोपित के घर के पीछे भुसे में से बाइक और मोबाइल बरामद कर लिया है।
पुलिस आरोपितों को घटनास्थल लेकर गई
आरोपितों द्वारा जुर्म कबूलने के बाद पुलिस रामजीलाल इवने के शव की तलाश के लिए आरोपितों को नूरगंज के जंगल में ले गई। जहां 150 फीट गहरी खाई से लाश को बरामद किया। लाश निकालने में पुलिस को करीब छह घंटे लग गए। मृतक का पीएम रविवार को हमीदिया अस्पताल में किया जाएगा है।
एसडीओपी की अहम भूमिका
एसडीओपी अनिल त्रिपाठी को इस मामले में शुरू से ही शंका थी इसलिए उन्होंने रामजीलाल की कॉल डिटेल निकलवाई। जिसमें आरोपितों से लगातार बात होना सामने आया। जब आरोपितों को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ करवाई तो सारे मामले का खुलासा हो गया।
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