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हबीबगंज पुलिस ने चोरी की वारदात में तीन संदेहियों को दो दिन पहले हिरासत में लिया था। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ खुलासा किया कि उन्होंने ही डेढ़ साल पहले आमेर बेकरी में सुरक्षा गार्ड की गला रेतकर हत्या की थी। वह आमेर बेकरी में चोरी की नीयत से घुसे थे, जहां सुरक्षा गार्ड ने उनका विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद आरोपी नरसिंहपुर भाग गए थे। उसके बाद वह भोपाल आते थे और चोरी की वारदात करने के बाद वापस नरसिंहपुर चले जाते थे। पुलिस के हाथ आए तीन आरोपियों में से एक 2002 में अरेरा कॉलोनी के चर्चित मेहता हत्याकांड में भी शामिल रहा है।
हबीबगंज टीआई रविंद्र यादव ने बताया कि 2016 में 15-16 जनवरी की दरमियानी रात हबीबगंज थाने के सामने स्थित आमेर बेकरी के सुरक्षा गार्ड नारायण राव (48) पुत्र मारूति राव, निवासी विदिशा की अज्ञात आरोपियों ने गला रेत कर हत्या कर दी थी और आमेर बेकरी के काउंटर से रुपए भी चुराए थे। उसके बाद आरोपियों ने बेकरी के किचन के अंदर रखी तिजोरी को भी तोड़ने की कोशिश की थी। पूरा घटनाक्रम बेकरी में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। जिसे आरोपियों ने तोड़ दिया था और डीवीआर (सीसीटीवी का रिकॉर्डर) को भी काटकर अपने साथ ले गए थे। इसको लेकर पूर्व डीआईजी रमन सिंह सिकरवार ने भी विशेष टीम गठित की थी। लेकिन डेढ़ साल तक 100 से जयादा लोगों से पूछताछ के बाद भी आरोपियों का सुराग नहीं लगा था।
पुलिस को तीन दिन पहले सूचना मिली कि इलाके में एक गिरोह चोरी की वारदात कर रहा है। जिसमें श्याम नगर झुग्गी बस्ती में रहने वाला 27 वर्षीय चंदन पुत्र आनंदी लाल (गौड) ओझा, श्यामनगर झुग्गी बस्ती में रहने वाला 23 वर्षीय कमलेश पुत्र भोला (गौड) ओझा और एक नाबालिग शामिल है। पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी, इसी दौरान आरोपियों ने कबूल किया कि डेढ़ साल पहले उन्होंने आमेर बेकरी के गार्ड की हत्या की थी।
एएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि श्याम नगर झुग्गी बस्ती में रहने वाला 27 वर्षीय चंदन पुत्र आनंदी लाल (गौड) ओझा 2002 में अरेरा कालोनी में मेहता दंपती की हत्या में शामिल रहा है। इसमें लाखों रुपए नकदी और जेवरात भी लूटे गए थे। उसका साथी कमलेश 2010 में बीयू में ताबड़तोड़ चोरियों सहित 80 से ज्यादा वारदात कर चुका है।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि घटना के दिन चंदन, कमलेश और उनका नाबालिग साथी दस नंबर पर शराब पी रहे थे। उन पर खर्चा अधिक होने से उधारी हो गई थी। वे उधारी चुकाने की योजना बना रहे थे। इस दौरान योजना बनी की आमेर बेकरी में काफी माल रखा रहता है। जिसके बाद आरोपियों ने आमेर बेकरी में पीछे की ओर से अंदर घुसने का प्रयास किया, यहां गार्ड नारायण राव तैनात था। उसने आरोपियों को रोका तो उस पर डंडे और रॉड से हमला कर दिया। इसके बाद भी गार्ड भिड़ा रहा तो आरोपियों ने उसका गला रेत दिया। नशे में होने के कारण आरोपियों ने अनगिनत वार कर उसकी हत्या कर दी थी। आरोपियों ने हत्या के बाद आमेर बेकरी से तोड़कर साथ ले गए डीवीआर को 700 रुपए में बेच दिया था। वारदात के बाद आरोपी करेली, नरसिंहपुर भाग गए थे। इसके बाद आरोपी भोपाल आते और चोरी कर वापस नरसिंहपुर भाग जाते थे। सालभर तक उन्होंने ऐसा किया था। जब देखा की पुलिस अब ठंडी पड़ गई है, उसके बाद फिर चोरियां करने लगे।
डीआइजी संतोष सिंह ने बताया हबीबगंज पुलिस ने आमेर बेकरी में सुरक्षा गार्ड की हत्या में आरोपयिों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक नाबालिग है। उनसे और पूछताछ की जा रही है। चोरी के लिए आरोपी बेकरी में घुसे थे। विरोध करने पर सुरक्षा गार्ड की हत्या की गई थी।
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