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बेवजह लोगों के साथ मारपीट करना, चौक-चौराहों पर खड़े होकर वाहनों में तोड़फोड़ करना। या रंगदारी दिखाकर लोगों को परेशान करने वाले असामाजिक तत्वों पर पुलिस शिकंजा कसने जा रही है। पुलिस ने ऐसी योजना बनाई है, जिसके तहत किसी पर तीन या उससे अधिक अपराध थाने में दर्ज होने के बाद पुलिस ऐसे लोगों को गुंडा सूची में शामिल कर लेगी। पुलिस के लिए ऐसे लोग उस थाना क्षेत्र के गुंडे माने जाएंगे। एसपी साउथ ने अपराधों पर लगाम कसने के लिए नया खाका तैयार किया है।
जानकारी के अनुसार शहर भर में तीन या उससे ज्यादा अपराध करने वाले लोगों की एफआईआर होने के बाद उनको पुलिस की गुंडा सूची में शामिल कर लिया जाएगा। इसमें उनके स्थायी पता, पहचान पत्र, आधार नंबर, पहचान चिन्ह और हाथों के निशान लेकर रखे जाएंगे, करीबी के नाम सहित ऐसे 41 बिंदुओं के तहत जानकारी रखी जाएगी। इससे राजधानी में गुंडे बदमाशों की संख्या पौने चार हजार के करीब पहुंचने की आशंका है।
कई बार लूट या चोरी में नए बदमाश शामिल हो जाते हैं। जिनके नाम और पहचान पुलिस के पास नहीं होते हैं। इस कारण जांच में परेशानी आती है। इस नई व्यवस्था के बाद पुलिस के पास नए बदमाशों का भी रिकार्ड होगा। ऐसे में अपराध होने के बाद बदमाशों की आसानी से पहचान की जा सकेगी।
वर्तमान में नए शहर में अपराधियों की स्थिति :-
थाना हिस्ट्रीशीटर गुंडे
टीटीनगर 7 26
गोविंदपुरा 3 18
हबीबगंज 3 2
रातीबढ़ 2 3
बागसेवनिया 2 3
कोलार 3 6
कमला नगर 2 9
एमपीनगर 1 3
जहांगीराबाद 2 15
ऐशबाग 4 26
अशोका गार्डन - 26
पिपलानी 1 9
पुलिस अधीक्षक दक्षिण सिद्धार्थ बहुगुणा का कहना है तीन या उससे अधिक अपराध दर्ज करने वालों को गुंडा सूची में शामिल किया जा रहा। इसमें खास बात यह है कि एक अपराध वर्तमान वर्ष में किया गया हो। ताकि उन पर नजर रखी जा सके।
Kolar News
1 July 2017
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