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कोलार के किडजी स्कूल की तीन साल की बच्ची के साथ स्कूल संचालक के पति अनुतोष प्रताप सिंह द्वारा की गई ज्यादती की जांच कर रही क्राइम ब्रांच टीम को भंग कर दिया गया है। जांच टीम के भंग होने से पुलिस द्वारा आरोपी को बचाने के आरोपों को बल मिला है।इस मामले में पुलिस आरोपी के बचाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है
एडिशनल एसपी क्राइम रश्मि मिश्रा के नेतृत्व में बनी इस टीम में कॉन्स्टेबल मोहम्मद हारून खान का पिछले शनिवार को नजीराबाद थाना तबादला कर देने के बाद अब इस टीम में सिर्फ सब-इंस्पेक्टर वंदना लाकरा और महिला कॉन्स्टेबल संतोष तांबे बची हैं। खबर मिली है कि टीम के बचे दोनों महिला सदस्यों वंदना लाकरा और संतोष तांबे को भी जांच टीम से हटाया जा रहा है। ऐसा कर के पुलिस मामले की जाँच को ठन्डे बस्ते में डालना चाहती है।
इससे पहले पांच सदस्यीय जांच टीम में से इंस्पेक्टर महेन्द्र कुमार मिश्रा और सब-इंस्पेक्टर वीपी सिंह को हटा दिया गया था। इसके अलावा जांच टीम को मदद कर रहे कॉन्स्टेबल वरुण को बैरसिया थाने और कॉन्स्टेबल मुकर्रम को गुनगा थाने, पिछले शनिवार तबादला कर दिया गया था।
इस बारे में जांच टीम की इंचार्ज एएसपी रश्मि मिश्रा और डीआईजी रमन सिंह सिकरवार से कुछ भी कहना नहीं चाहते हैं।
Kolar News
8 March 2017
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