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श्री वेंकटेश्वर मंदिर का भूमि पूजन करने धोखेड़ा पहुंचे राज्यपाल पटेल
श्री वेंकटेश्वर मंदिर का भूमि पूजन करने धोखेड़ा पहुंचे राज्यपाल पटेल

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि बैकुंठ सुदर्शन धाम का प्रकल्प आने वाली पीढ़ियों के लिए भारत की एकता और अखंडता की प्रेरणा का केंद्र बनेगा। यह धाम राष्ट्र-प्रेम और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक होकर आध्यात्मिकता को मजबूत बनाएगा। देश के उत्थान के लिए उत्तम मानव निर्माण के संकल्प की पूर्ति में सहायक होगा और शिक्षा, आरोग्य, स्वास्थ्य तथा पर्यावरण-संरक्षण की दिशा में भी यह धाम महती भूमिका निभाएगा।राज्यपाल पटेल आज नर्मदापुरम जिले की तहसील इटारसी के ग्राम धोखेड़ा में बैकुंठ सुदर्शन धाम श्री वेंकटेश्वर मंदिर के भूमि-पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल  पटेल ने कहा कि ईश्वर की सभी रचनाओं में मानव ही सबसे उत्तम, शक्तिशाली और बुद्धिमान है। ईश्वर द्वारा केवल मानव को ही बोलने की शक्ति प्रदान की गई है।  मानव को धन अर्जन और स्वयं के विकास तक ही सीमित न होकर समाज और देश के विकास के लिए भी अग्रसर होना चाहिये। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में सभी के कल्याण के लिए कार्य करने को सर्वाधिक महत्व दिया गया है। राज्यपाल ने सनातन धर्म और संस्कृति के गौरव उत्थान की ऐतिहासिक पहल के लिए अखिल भारतीय स्वामी सीतारामचार्य भागवत संगोष्ठी न्यास को बधाई दी।

 

राज्यपाल पटेल ने कहा कि आप सभी ने जिस निष्ठा के साथ मंदिर के निर्माण का संकल्प लिया है, उसी भावना के साथ समाज के वंचित वर्गों को विकास की मुख्यधारा में शामिल करने और समतामूलक, समावेशी समाज बनाने के राष्ट्रीय प्रयासों में सहयोगी बने। राज्यपाल ने कहा कि सुधार के लिए हमारे बीच से ही नागरिक आगे आते हैं। युग साक्षी है कि जब भी समाज में बुराई के तत्व बढ़ने लगते हैं, तब कोई महापुरुष आकर उन बुराइयों को दूर करता है। गीता में भी भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि "जब भी समाज में अधर्म बढ़ेगा, मैं जन्म लेकर सभी का कल्याण करूँगा"। राज्यपाल पटेल ने कहा कि हम अपनी असली जड़ों से जुड़े, जिससे अपनी वास्तविक शक्ति से परिचित हो सकें। हम आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक एकता की विरासत के संरक्षण और संवर्धन में सहभागी होकर भावी पीढ़ी को भारतीय जीवन मूल्य से संस्कारित करें। उन्होंने इस पवित्र प्रसंग का साक्षी होने का अवसर देने के लिए गुजरात के श्रीकांत और चांडक का आभार माना। श्री वेंकटेश्वर मंदिर का भूमि-पूजन शास्त्रों में निहित परंपरा के अनुरूप विधिवत किया गया। संस्थापक युवराज स्वामी राम कृष्णा आचार्य जी ने मंदिर परियोजना की जानकारी दी। 

Kolar News 7 November 2022

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