Video

Advertisement


कांग्रेस ने कृषि मंत्री कमल पटेल का मांगा इस्तीफा कृषि विभाग में कमीशनखोरी का लगाया आरोप
कांग्रेस ने कृषि मंत्री कमल पटेल का मांगा इस्तीफा कृषि विभाग में कमीशनखोरी का लगाया आरोप

नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के बीच राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए है। बुधवार को कांग्रेस ने सरकार पर किसानों को धोखा देने का गंभीर आरोप लगा कृषि मंत्री कमल पटेल का इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में कमीशनखोरी के कारण बजट तक लैप्स हो गया ऐसे असफल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के बीच राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए है। बुधवार को कांग्रेस ने सरकार पर किसानों को धोखा देने का गंभीर आरोप लगा कृषि मंत्री कमल पटेल का इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में कमीशनखोरी के कारण बजट तक लैप्स हो गया ऐसे असफल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कांग्रेस मुख्यालय में बुधवार को कहा कि भाजपा किसान विरोधी है। मध्य प्रदेश में साल दर साल मंगू का रकबा बढ़ता जा रहा है। इस साल 5 लाख टन से अधिक ग्रीष्मकालीन मंगू का उत्पादन हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मूंग की खरीदी समर्थन मूल्य पर प्रारंभ नहीं की गई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि गेहूं खरीदी का भुगतान जो दो से तीन दिन में होना चाहिए 1 महीने से भी ज्यादा देरी से किया गया है। जिस वजह से किसानों को कृषि ऋण पर मिलने वाले जीरो  प्रतिशत ब्याज योजना का लाभ नहीं मिल पाया।

 चौधरी ने कहा कि मध्य प्रदेश में बोनी का समय आ गया है, लेकिन अभी तक प्राथमिक सहकारी समितियों के माध्यम से सोयाबीन, धान, मक्के एवं अन्य पैदावार का बीज नहीं दिया जा रहा है। जहां किसान को सोयाबीन के बाजार में दाम जहां 6 हजार प्रति क्विंटल तक थे अब सोयाबीन के बीज 15 से 16 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रहे हैं। सरकार के बीज उपलब्ध नहीं करवाने से किसानों को भारी क्षति हो रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को खरीफ की बोनी के लिए खाद और बीज नहीं मिल रहा है। डीएपी सहकारी सोसाइटियां गायब है। उन्होंने कहा कि गेहूं खरीदी में सरकार द्वारा बोनस नहीं दिया गया, जिस वजह से इस वर्ष 54 प्रतिशत तक गेहूं खरीदी घट गई। साथ ही गेहूं खरीदी के दौरान भी 20 प्रतिशत प्रति क्विंटल छनवाई के लिए गए 500 क्विंटल तक गेहूं डालने वाले किसान को 10 हजार अकेले छनवाई देना पड़ गई। चौधरी ने कहा कि पशुओं के लिए बारिश के दिनों में वैक्सीनेशन किया जाता है, लेकिन अभी तक कोई भी टीकाकरण शुरू नहीं किया गया है। उन्होंने मांग कि कि तत्काली पशुओं को वैक्सीनेशन प्रारंभ किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में गौशालाएं खोली गई थी, चारे की राशि बढ़ाई थी। भाजपा गौशाला बंद करके चारा का अनुदान कम करके स्लॉटर हाउस खोलना चाहती है।

Kolar News 29 June 2022

Comments

Be First To Comment....

Page Views

  • Last day : 8796
  • Last 7 days : 47106
  • Last 30 days : 63782
x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2024 Kolar News.