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भोपाल । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बयान पर कडी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें अवसरवादी आदिवासी बताया है। उन्हाेंने कहा कि उमंग सिंघार ने जनजातीय समाज को भ्रमित करने का काम किया है। देश और प्रदेश की आदिवासी समाज से माफी मांगने की बजाय वे लगातार अपने बयान पर कायम हैं और कह रहे है कि उनके बयान पर पार्टी नेताओं का भी समर्थन है। उमंग सिंघार जनजातीय समाज को भ्रमित कर विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं। उमंग सिंघार का बयान आदिवासी धार्मिक अस्मिता को ठेस पहुंचाने, समाज विरोधी और देश तोड़ने वाला है। उमंग सिंघार चुनावी हिन्दू हैं। देश के जनजातीय भाईयों-बहनों ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। उसके बाद भी नेता प्रतिपक्ष अपने कुत्सित बयान पर कायम है। राहुल गांधी और सोनिया गांधी बतायें कि क्या वह इस बयान से सहमत हैं?
भाजपा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस के लोग यह बात नहीं समझते हैं कि संविधान में आदिवासी शब्द का उल्लेख नहीं है, वहां ट्राइबल का मतलब जनजातीय होता है। उमंग सिंघार कहते हैं मैं गणेश जी की पूजा करता हॅू, सभी धर्मों का सम्मान करता हॅू फिर एक तरफ कहते हैं मैं आदिवासी हिंदू नहीं हूं। वह स्वयं तय नहीं कर पा रहे हैं कि वह किस धर्म के हैं। उमंग सिंघार समाज को आपस में लड़वाने, बांटने और गुमराह करने का काम कर रहे हैं। आदिवासी समाज वैदिक काल से प्रकृति की पूजा करता आ रहा है और वैदिक काल से प्रकृति पूजा करने वाले सभी लोग हिंदू हैं। रामायण और महाभारत में भी आदिवासी समाज के साक्ष्य मिलते हैं। आदिवासी समाज सनातन संस्कृति को मानने वाला हिंदू धर्म का अभिन्न अंग है। सभी जनजातीय लोग प्रकृति, पीपल, तुलसी की पूजा के साथ हनुमान जी की पूजा करते हैं। पूरा आदिवासी समाज देवी-देवताओं की आराधना करता है। उमंग सिंघार को आदिवासी समाज का इतिहास ही नहीं पता है, वह आधारहीन और बिना सिर-पैर की बातें कर रहे हैं। उमंग सिंघार ने घटिया राजनीति करके हमारे आदिवासी समाज के भाइयों और बहनों को धार्मिक रूप से बदनाम करने की कोशिश की है। उनकी भाषा समाज को भ्रमित करने वाली है। जनजातीय समाज सिंघार के इस बयान के लिए कभी माफ नहीं करेगा।
कांग्रेस ने हमेशा आदिवासियों का शोषण कर अपमानित करने का काम किया
डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आदिवासी समाज के साथ दोहरे दर्जे का व्यवहार किया है और किसी भी प्रकार का कोई अधिकार और सुविधाएं उन्हें नहीं दी। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने पेशा कानून को जानबूझकर रोका, प्रदेश की अति पिछड़ी जनजाति बैगा, सहरिया एवं भारिया बहनों के लिए आहार अनुदान योजना तक बंद कर दी। कांग्रेस ने आदिवासी समाज के महापुरूषों व जननायकों का हमेशा अपमान किया। आज भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी समाज को अनेकों सुविधाएं देने के साथ ही महापुरूषों को सम्मान देकर उनके स्मारक बनाने का कार्य किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा की सरकार ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस घोषित करके पूरे जनजातीय समाज के महापुरूषों के साथ जनजातीय गौरव को सम्मानित करने का काम किया है। आदिवासी समाज को सबसे अधिक मान-सम्मान भाजपा सरकार में ही मिला है। कांग्रेस के पास अब आदिवासी भाईयो-बहनों को भ्रमित करने के लिए कोई रास्ता नहीं है, इसलिए इस प्रकार का हथकंडा अपनाया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत यह बयान दिया है, जो सबसे बड़ा समाज विरोधी और देश को तोड़ने वाला बयान है।
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