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भोपाल । मध्य प्रदेश के उज्जैन में सावन माह के दौरान भगवान महाकाल की शाही सवारी के दिन साेमवार काे स्कूलों में छुट्टी और रविवार को स्कूल खोलने के कलेक्टर के फैसले से प्रदेश की सियासत गरमा गई है। एक तरह जहां कांग्रेस ने इस फैसले पर कड़ा ऐतराज जताया है। ताे वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने कांग्रेस के आराेपाें पर जाेरदार पलटवार किया है।
बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। मंत्री विश्वास सारंग ने जवाब देते हुए कहा कि "आरिफ मसूद जैसे लोगों पर टिप्पणी करना समय की बर्बादी है। देश सनातन परंपराओं को सम्मान देता है। उज्जैन में महाकाल बाबा की शोभायात्रा ऐतिहासिक परंपरा है। सरकार ने यह निर्णय इसलिए लिया है ताकि युवा श्रद्धालु यात्रा में शामिल हो सकें।" इसके अलावा विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को लोकतंत्र में अपनी भाषा का ध्यान रखना चाहिए और ऐसी टिप्पणियां कांग्रेस को और कमजोर करेंगी। शर्मा ने मसूद के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि यह निर्णय स्कूली बच्चों की सुरक्षा और यातायात सुगमता के लिए लिया गया है, क्योंकि सवारी के दौरान जाम में बच्चे परेशान होते हैं। उन्होंने उज्जैन कलेक्टर को इस फैसले के लिए बधाई दी और कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया।
गाैरतलब है कि सावन महीने में महाकाल सवारी के चलते उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने स्कूलों की छुट्टियों में बदलाव किया है। अब जुलाई और अगस्त में तय तारीखों पर सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे और रविवार को स्कूल संचालित होंगे। जिला प्रशासन का कहना है कि सावन में निकलने वाली महाकाल सवारी के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं और कई मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्ट रहता है। इससे विद्यार्थियों और अभिभावकों को असुविधा न हो, इसलिए यह समायोजन किया गया है। आदेश के अनुसार, नगरीय क्षेत्र के सरकारी और निजी स्कूलों में 4 जुलाई, 21 जुलाई, 28 जुलाई, 4 अगस्त और 11 अगस्त को सोमवार के दिन अवकाश रहेगा। इसके बदले 13 जुलाई, 20 जुलाई, 27 जुलाई, 3 अगस्त और 10 अगस्त को रविवार के दिन स्कूल खुले रहेंगे। यह आदेश कक्षा पहली से 12वीं तक के सभी स्कूलों पर लागू होगा।
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