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भोपाल। कांग्रेस ने प्रदेश में हो रही जंगलों और लकड़ी की अवैध कटाई को लेकर वन मंत्री विजय शाह को घेरा है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के.मिश्रा ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में वन मंत्री पर जंगल माफियाओं से गठजोड़ का आरोप लगाया है। मिश्रा ने कहा कि हजारों पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने टिप्पणी की है कि यदि यही हाल रहे तो प्रदेश रेगिस्तान बन जाएगा।
मीडिया को संबोधित करते हुए के.के. मिश्रा ने कहा कि माफियाओं का गठजोड़ मप्र में कानून व्यवस्था और मुख्यमंत्री द्वारा रोज किए जाने वाले पौधारोपण को नष्ट कर रहा है। नियमों के मुताबिक जिलों में ट्री ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं और पेड़ काटने से पहले ट्री ऑफिसर की परमिशन जरूरी होती है। लेकिन बिना ट्री ऑफिसर की अनुमति के फॉरेस्ट माफिया हजारों पेड़ रोज काट रहे हैं। इन माफियाओं से वन मंत्री विजय शाह का सीधा तालमेल है। मिश्रा ने कहा कि वन मंत्री को बताना पड़ेगा कि पिछले महीने बुरहानपुर में जंगल काट दिए गए। छह महीने में वहां तीन डीएफओ नियुक्त किए गए। तीसरे डीएफओ के रूप में जो अनुपम शर्मा वहां पदस्थ किए गए थे उन्हें दो महीने में हटा दिया गया। मेरे पास पूरी जानकारी है कि उन्होंने विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर कहा था कि मैं वन माफियाओं पर कार्रवाई करना चाहता हूं लेकिन वहां के कलेक्टर और एसपी सहयोग नहीं कर रहे हैं। के.के. मिश्रा ने कहा सरकार के संरक्षण में वन माफियाओं, भाजपा समर्थित टिम्बर व्यापारियों, वन विभाग के अधिकारियों, राजनेताओं और पुलिस के गठजोड़ से बेखौफ होकर प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर सहित कई जिलों में वनों की अंधाधुंध अवैध कटाई की जा रही है। मिश्रा ने आंकड़ों के जरिए बताया कि प्रदेश में वन क्षेत्र तेजी से कम हो रहा है, वहीं प्रदेश में 1,19,401 हैक्टर वन भूमि को दूसरे कामों में उपयोग कर लिया गया है।
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