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कोलार डैम और बड़े तालाब का पानी ‘ए’ कैटेगरी का
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राजधानी की बड़े तालाब के साथ ही कोलार डैम, केरवा डैम और जामुनिया तालाब का पानी पीने योग्य है। शहर के इन जल स्राेतों में घुलनशील ऑक्सीजन (डीओ) की मात्रा 4 मिली ग्राम प्रति लीटर से ज्यादा और बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) 3 मिली ग्राम प्रति लीटर से कम है। फीकल कोलीफॉर्म (एफसी) और टोटल कोलीफॉर्म (टीसी) की स्थिति भी नियंत्रण में है। 

मप्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने राजधानी सहित प्रदेश के विभिन्न जल स्रोतों के सितंबर के वॉटर क्वालिटी इंडेक्स की स्टेटस रिपोर्ट जारी कर दी है। कुल 112 मॉनीटरिंग स्टेशन की इस रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न जल स्राेतों के 15 स्थानों का पानी दूषित मिला है। इनमें राजधानी की शाहपुरा अौर छोटी झील सहित प्रदेश की चार नदियों और तीन अन्य तालाबाें शामिल हैं । वहीं दूसरी ओर 97 स्थानों के पानी की स्थिति फिलहाल संतोषजनक स्थिति में रही है। बड़ी झील के चार स्थानों की मॉनीटरिंग रिपोर्ट के अनुसार घुलनशील ऑक्सीजन की मात्रा 7.2 से लेकर 7.7 मिली ग्राम प्रति लीटर के बीच है जो तय मानक से ज्यादा है। पानी में 4 मिली ग्राम प्रति लीटर से कम डीओ होने पर पानी पीने योग्य नहीं माना जाता है। शाहपुरा झील और छोटी झील के कालीघाट के आसपास के पानी में डीओ तय मानक से बिलकुल करीब है और टोटल काेलीफॉर्म की मात्रा भी 1600 एमपीएन प्रति 100 मिलि लीटर है। 

यह हैं मानक 

घुलनशील ऑक्सीजन 4 मिली ग्राम प्रति लीटर से ज्यादा होना चाहिए। बीओडी की मात्रा 3 मिली ग्राम प्रति लीटर से कम होनी चाहिए।  फीकल कोलीफॉर्म की मात्रा 2500 एमपीएन प्रति 100 मिली लीटर से कम होनी चाहिए। टीसी की मात्रा 5000 एमपीएन प्रति 100 मिली लीटर से कम होनी चाहिए। 

एसटीपी से साफ होकर जा रहा बड़ी झील में मिलने वाले नालों का पानी 

पीसीबी के चीफ केमिस्ट डॉ. एसएन तिवारी के अनुसार शहर की बड़ी झील अौर कोलार डैम का पानी ‘ए’ कैटेगरी का है जो पीने योग्य है। बड़ी झील के पानी के ‘ए’ कैटेगरी में होने के पीछे झील में मिलने वाले नालों को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की ओर मोड़ना बताया जा रहा है। फिलहाल पांच एसटीपी हैं जिनमें से नालों का पानी को साफ कर बड़ी झील में छोड़ा जा रहा है। डॉ. तिवारी का कहना है कि पीसीबी प्रदेश के जल स्रोतों का वॉटर क्वालिटी इंडेक्स का स्टेटस हर महीने जारी करता है। पिछले महीने की रिपोर्ट के अनुसार डीओ, बीडीओ, एफसी और टीसी का स्तर भी इस बार जितना ही था। घुलनशील ऑक्सीजन का स्तर तापमान के हिसाब से कम व ज्यादा होता है। 

पीसीबी से जारी मॉनीटरिंग की रिपोर्ट (सितंबर माह की) 

जल स्रोतों डीओ बीओडी एफसी टीसी 

बड़ी झील कमला पार्क के पास 7.5 1.6 2 110 

बड़ी झील बोट क्लब के पास 7.2 1.8 2 90 

बड़ी झील करबला 7.7 1.7 2 120 

बड़ी झील बैरागढ़ 7.6 1.8 2 130 

कोलार डैम 8.1 1.5 2 34 

केरवा डैम रेस्ट हाउस के पास 7.8 1.4 2 40 

जामुनिया तालाब 8 1.9 2 130 

इनकी हालत खराब छोटी झील कालीघाट भोपाल व शाहपुरा झील भोपाल में पानी की क्वालिटी संतोषजनक नहीं है। 

 

 

Kolar News 11 November 2016

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