Advertisement
भोपाल। संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने बताया कि रामनवमी पर 10 अप्रैल को प्रदेश में भगवान श्रीराम को समर्पित भक्तिमय और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जय श्रीराम के उद्घोष से पूरा प्रदेश भगवान श्रीराम की भक्ति में मग्न होगा। भगवान श्रीराम की नगरी ओरछा में "श्रीरामराज्य" कला दीर्घा का लोकार्पण किया जाएगा। पवित्र बेतवा नदी के तट पर दीपोत्सव में 5 लाख दीये प्रज्जवलित कर भगवान श्रीराम के प्रति आस्था प्रकट की जाएगी।
मंत्री उषा ठाकुर ने गुरुवार को बताया कि ओरछा के साथ चित्रकूट में 4 से 10 अप्रैल 2022 तक श्रीराम लीला उत्सव होगा। साथ ही उज्जैन, दमोह, शहडोल, उमरिया, विदिशा, शिवपुरी, नीमच, पन्ना, रतलाम और राजगढ़ में भगवान श्रीराम से जुड़े नृत्य, नाटक, भक्ति गायन और अन्य कार्यक्रम होंगे। इस तरह प्रदेश के 12 जिलों में आमजन के लिए भगवान श्रीराम को समर्पित कला और साहित्य से संबंधित गतिविधियाँ होंगी।
श्रीराम नवमी के पवित्र अवसर पर "ओरछा गौरव दिवस"
उन्होंने बताया कि 2 से 10 अप्रैल तक "ओरछा गौरव दिवस" मनाया जायेगा। ओरछा की लोक प्रसिद्धि के ऐतिहासिक चरित नायकों पर केन्द्रित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ संयोजित की जायेंगी। ओरछा नगर के वैशिष्ट्य को गरिमा प्रदान करने वाले स्थापत्यों को विभिन्न रंगों के प्रकाश उपकरणों से सुसज्जित किया जाएगा। चरित नायक लाला हरदौल तथा महारानी गणेश कुँवरि आधारित नृत्य-नाटिकाओं के मंचन नवरात्रि के पूरे नव दिवसों में होंगे।
उन्होंने कहा कि श्रीराम नवमी पर बुन्देलखण्ड अंचल की पारम्परिक गायन मण्डलियों को आमंत्रित कर नगर के अलग-अलग स्थानों, आवासों के चबूतरों पर बुन्देली श्रीराम कथा गीतों की प्रस्तुतियों का संयोजन किया जायेगा। इन प्रस्तुतियों से स्थानीय आमजन अपनी बोली-भाषा में इन चरित नायकों की गौरव गाथा के साथ ही श्रीरामकथा के बुन्देली लोकपदों को देख-सुन सकेंगे।
ओरछा मंदिर में "श्रीरामराज्य कला" दीर्घा का लोकार्पण
संस्कृति मंत्री ने बताया कि श्रीरामराजा सरकार मंदिर परिसर ओरछा में संस्कृति विभाग द्वारा भगवान श्रीराम के चरित आधारित "श्रीरामराज्य" कला दीर्घा तैयार की गई है। इसमें भारत के लगभग सभी राज्यों की लोकचित्र शैलियों में भगवान श्रीराम के एक-एक चरित का चित्रांकन किया गया है। भगवान श्रीराम के 36 गुणों और उनकी विशिष्टता को चित्र अभिव्यक्ति दी गई है। साथ ही उनके राज्याभिषेक प्रसंग को झाँकी के रूप में कलात्मक ढंग से प्रदर्शित किया गया है।
उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम पूरे देश में मात्र ओरछा में ही राजा के रूप में लोक पूज्य है। इसलिए पवित्र नदी बेतवा के तट पर 10 अप्रैल को सायंकाल में दीपोत्सव में पाँच लाख दीयों को एक साथ प्रज्जवलित कर भगवान श्रीराम के प्रति आस्था को प्रकट किया जायेगा। इसी अवसर पर प्रदेश की अलग-अलग 16 नाट्य मण्डलियों के माध्यम से तैयार वनवासी लीलाओं के 400 से अधिक पात्र लीला में अपनी भूमिका के अनुरूप वस्त्राभूषणों से अलंकृत रहकर दीपोत्सव में सहभागिता करेंगे। इसके बाद विकासखण्ड स्तर पर भी लीला मंडलियों द्वारा लीलाओं की प्रस्तुति होंगी।
चित्रकूट और ओरछा में 4 से 10 अप्रैल तक श्रीराम लीला उत्सव
मंत्री उषा ठाकुर ने बताया कि ओरछा और चित्रकूट में पवित्र मंदाकिनी नदी के तट पर 4 से 10 अप्रैल तक श्रीरामलीला उत्सव होगा। इसमें भगवान श्रीराम का भक्ति गायन भी होगा। सात दिवसीय विशेष रूप से परिकल्पित लीला प्रस्तुति में प्रकाश एवं ध्वनि की संयुक्तता में संवाद एवं अभिनय संयोजित किये गये हैं। लीला का यह प्रयोग विभाग द्वारा पहली बार आयोजित होगा। लोकप्रिय फिल्म अभिनेता एवं अभिनेत्रियों को लीला की प्रमुख भूमिकाओं में जोड़ा जा रहा है, जिसमें श्रीराम का किरदार तमिल फिल्मों के अभिनेता सुनील शर्मा, माता सीता का किरदार टेलीविजन की ख्यात अभिनेत्री परिधि शर्मा, लक्ष्मण का किरदार टेलीविजन के अभिनेता और गायक सुमित नागर, हनुमान का किरदार फिल्म अभिनेता विन्दु दारासिंह और रावण का किरदार फिल्म अभिनेता पुनीत इस्सर द्वारा निर्वहन किया जाएगा। इन मुख्य अभिनेताओं के अलावा लीला में लगभग 75 कलाकारों की भागीदारी रहेगी।
उज्जैन में तीन दिवसीय आयोजन
उषा ठाकुर ने बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा स्थापित उज्जैन के त्रिवेणी कला और पुरातत्व संग्रहालय में श्रीराम नवमी पर तीन दिवसीय सांस्कृतिक आयोजन होंगे। पवित्र शिप्रा नदी के राम घाट पर भगवान श्रीराम को समर्पित नृत्य-नाटक और गायन-वादन की प्रस्तुतियाँ दी जाएगी।
Kolar News
|
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
Medha Innovation & Development |