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भोपाल। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ऑनलाइन माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रसार करना हमारा लक्ष्य है। इसके लिये यथा संभव प्रयास किये जाएं। मंत्री डॉ. यादव सोमवार को स्नातक स्तर पर वीडियो व्याख्यान के निर्माण हेतु उच्च शिक्षा विभाग, द्वारा आयोजित ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के छठवें बैच का विधिवत शुभारंभ कर रहे थे।
मंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्तमान परिस्थिति में ऑनलाइन अध्ययन की आवश्यकता पर बल देते हुए विभाग द्वारा चलाए जा रहे ऑनलाइन कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन माध्यम से भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हमारे विद्यार्थियों तक पहुँचाने के लिए यथा संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने एफडीपी के सफल संचालन के लिए आयोजन समिति को भी बधाई दी।प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन ने नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हमारी प्राथमिकता है और ऑनलाइन माध्यम में भी इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग ने ओपन बुक से लेकर वीडियो व्याख्यान तक कई अभिनव पहल की हैं, जो विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होंगी। विभाग की ओपन बुक प्रणाली को अन्य राज्यों ने सराहा एवं अपनाया है।अपर आयुक्त चंद्रशेखर वालिंबे ने पिछले पाँच एफडीपी की उल्लेखनीय उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी और बताया कि यह एफडीपी पूर्णत: विभाग द्वारा संचालित हो रहीं हैं और विभाग के ही विषय-विशेषज्ञों का इसमें योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि भविष्य में इस एफडीपी से प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा बनाए गए वीडियो व्याख्यानों से न सिर्फ प्रदेश के अपितु पूरे देश के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।एफडीपी के समन्वयक डॉ. प्रज्ञेष कुमार अग्रवाल ने कहा कि स्नातक स्तर पर वीडियो व्याख्यान के निर्माण का लक्ष्य उच्च शिक्षा विभाग की एक अभिनव पहल है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किए जा रहे हैं। इससे पूर्व विभाग द्वारा पाँच एफडीपी को सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा चुका है और आज छठवें बैच का आरंभ हुआ है। इन एफडीपी के माध्यम से उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण वीडियो व्याख्यानों के निर्माण हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है। 21 विषयों के लगभग 1400 प्राध्यापक इससे लाभान्वित होने वाले हैं।उल्लेखनीय है कि इस एफडीपी के छठवें बैच में 220 प्रतिभागी सहभागिता कर रहें हैं। इन प्रतिभागियों में मध्यप्रदेश के विभिन्न शासकीय एवं अशासकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पदस्थ प्राध्यापक, सहप्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक एवं अतिथि विद्वान शामिल हैं।
Kolar News
2 August 2021
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