भोपाल। दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में भोपाल में धरने पर बैठे किसानों को शुक्रवार देर रात पुलिस ने हटा दिया। पुलिस मौके से टेंट और माइक भी खोलकर ले गई। क्रांतिकारी किसान सभा के संयोजक विजय कुमार ने पुलिस के इस कदम को शर्मनाक बताया है।
अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा मध्यप्रदेश के संयोजक विजय कुमार ने बताया कि किसान आंदोलन के समर्थन में भोपाल के करोंद कृषि उपज मंडी के गेट के सामने संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे शांतिपूर्ण धरने को शुक्रवार आधीरात को बलपूर्वक हटाया गया है। यह बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सरकार के किसान विरोधी चेहरे को उजागर करती है। खुद को किसान कहने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों को विरोध दर्ज कराने का अधिकार भी नहीं दे रहे हैं। किसान आंदोलन का बलपूर्वक दमन किया जा रहा है।
26 जनवरी को निकालेंगे ट्रैक्टर रैली
विजय कुमार ने बताया कि धरने पर सीहोर, विदिशा, रायसेन और भोपाल संभाग के किसान संगठन बैठे थे। इसके अलावा जिला स्तर पर भी प्रदर्शन जारी है। अब हम 26 जनवरी को कृषि कानूनों के विरोध में परेड निकालेंगे, जिसमें ट्रैक्टर और बाइक शामिल रहेंगी। गौरतलब है कि किसान संगठनों ने भोपाल में 21 जनवरी की रात धरना शुरू किया था, लेकिन यह धरना 48 घंटे भी नहीं चल सका और पुलिस ने इसे हटा दिया।