शिवपुरी। शिवपुरी जिले की पोहरी व करैरा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने करैरा में तो अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है लेकिन पोहरी को लेकर पार्टी नेता दुविधा में बताए जा रहे हैं। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि पोहरी में जातिगत आधार पर यहां पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस नेता यह निर्णय नहीं कर पा रहे कि यहां पर ब्राह्मण उम्मीदवार उतारा जाए या धाकड़ जाति के उम्मीदवार पर हाथ आमजाया जाए। इस फैसले को लेकर कांग्रेस में मंथन का दौर चल रहा है और अभी तक पोहरी में कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा लटकी पड़ी है।
बताया जाता है कि कांग्रेस के नेता में पोहरी को लेकर दो मत सामने आए हैं। एक मत है कि यहां पर धाकड़ जाति के ही उम्मीदवार को मैदान में उतारा जाए जिससे भाजपा के संभावित धाकड़ उम्मीदवार सुरेश धाकड़ (राठखेड़ा) को उनके वोट बैंक से ही पछाड़ा जा सके। वहीं पार्टी के कुछ रणनीतिकारों का मत है कि यहां पर ब्राह्मण वर्ग के नेता को प्रत्याशी बनाया जाए। वैसे पोहरी में सबसे ज्यादा धाकड़ वोट बैंक ही है। इस जाति के यहां पर 40 हजार के आसपास वोटर हैं। ऐसे में दो धाकड़ उम्मीदवार होंगे तो दोनों ओर से वोट कटेंगे। वहीं ब्राह्मण वोटर की संख्या 15 हजार के आसपास है। ऐसे में किसी ब्राह्मण को मैदान में उतारा जाता है तो वोटों को धुर्वीकरण होगा इसका लाभ सीधे तौर पर भाजपा के संभावित उम्मीदवार और धाकड़ जाति से जुड़े सुरेश धाकड़ को होगा। इसलिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में मंथन का दौर चल रहा है।
प्रभारी की अहम रहेगी भूमिका-
पोहरी सीट के लिए कांग्रेस की ओर से प्रभारी बनाए गए पार्टी के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ नेता राजकुमार पटेल की यहां पर टिकट आवंटन में महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है। धाकड़ जाति के होने के कारण ही कांग्रेस ने यहां पर इन्हें प्रभारी बनाकर भेजा। इसके अलावा अपनी जाति के तमाम लोगों से इन्होंने बात भी की है। सूत्रों का कहना है कि यह अपनी ही जाति के और अपने रिश्तेदार प्रद्युम्मन वर्मा को टिकट दिलाने के पक्ष में हैं।
हरिबल्लभ और प्रद्युम्मन रेस में-
पोहरी सीट के लिए कांग्रेस से उम्मीदवार के तौर पर दो नाम प्रमुखता से चल रहे हैं। इनमें ब्राह्मण उम्मीदवार के तौर पर हरिबल्लभ शुक्ला और धाकड़ जाति से प्रद्युम्मन वर्मा का नाम रेस में है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने तो यहां तक बताया है कि पार्टी के सर्वे में भी इन दोनों के नाम ही प्रमुखता से सामने आए हैं। आने वाले समय में जिस एक प्रत्याशी का फैसला होगा वह इन दो नामों में से ही एक होगा। वैसे हरिबल्लभ शुक्ला की ग्वालियर में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह से मुलाकात के बाद यह अटकलें जोरों पर हैं कि उनका टिकट फाइनल हो गया है। अब हरिबल्लभ और प्रद्युम्मन में से किसको को टिकट मिलता है इसकी अधिकृत घोषणा का इंतजार है।