तीन चरण में होंगे पंचायत चुनाव
पंचायत चुनाव तीन चरण में करवाये जायेंगे। राज्य निर्वाचन आयुक्त आर. परशुराम ने यह जानकारी भोपाल में हुई संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में दी। परशुराम ने कहा कि संभागीय कमिश्नर चुनाव प्रक्रिया में प्रत्यक्ष रूप से जुड़े।श्री परशुराम ने कहा कि प्रक्रियाओं में जो परिवर्तन किया गया है, उसकी जानकारी मतदाता तक पहुँचाना सुनिश्चित करें। फोटोयुक्त मतदाता सूची त्रुटि रहित बनवायें। उन्होंने कहा कि ई.व्ही.एम. की तैयारी नगरीय निकाय और विकासखण्ड स्तर पर होगी, इसलिये प्रशिक्षण को गंभीरता से लें।श्री परशुराम ने कहा कि मतदाता सूची में नजरी-नक्शा भी लगवायें। उन्होंने कहा कि कलेक्टर नियमित रूप से फीडबेक दें। उनके फीडबेक के आधार पर कार्यवाही की जायेगी। श्री परशुराम ने कहा कि कमिश्नर और कलेक्टर मॉनीटरिंग टूल का अधिकाधिक उपयोग करें। दावे-आपत्ति केन्द्र विजिबल होने चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाकर उन्हें चुनाव प्रक्रिया से अवगत करवायें। राजनैतिक दलों से बी.एल.ए. नामांकित करने का भी आग्रह करें।मॉनीटरिंग के लिए नियुक्त होंगे आब्जर्वरस्थानीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन में फोटोयुक्त निर्वाचन नामावली का उपयोग होगा। जिलों में चल रहे निर्वाचन नामावली की तैयारियों की मॉनीटरिंग के लिए आयोग द्वारा आब्जर्वर भेजे जायेंगे। आब्जर्वर जिलों से ऑनलाइन रिपोर्ट देंगे। उन्होंने बताया कि स्थानीय निकाय चुनाव के लिए जुलाई अंत और पंचायत चुनाव के लिए अगस्त अंत तक ई.व्हीएम. जिलों को भेज दी जायेंगी। निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि निकाय चुनाव में निकाय के कर्मचारी और रोजगार सहायक को बी.एल.ओ. नहीं बनाया जाये। उन्होंने निर्वाचन प्रक्रियाओं के प्रचार के लिए बनाये गए 'सेंस' कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी। कलेक्टर्स के सुझाव पर इसमें एथिकल प्वाइंटस को भी जोड़ा जायेगा।कमिश्नर भोपाल संभाग एस.बी. सिंह ने बताया कि सीहोर और भोपाल जिले में ई.व्ही.एम. के प्रचार के लिये व्यापक कार्यवाही की गई है। उन्होंने कहा कि आयोग के निर्देशानुसार सभी जिलों में निर्चाचन संबंधी तैयारियाँ की जा रही हैं। बैठक में संभाग के जिलों के कलेक्टर, उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं आयोग के अधिकारी उपस्थित थे।