कोलार में 21 कॉलोनियों में गड़बड़
शहर की 125 कॉलोनियों में बाढ़ की आपदा आई थी। इसमें नाले-नालियों का जरूरत के अनुसार न होना, सीवेज प्लान नहीं बनाए जाना एवं विभागों में कोआॅर्डिनेशन की कमी सामने आई है। नगर निगम की रिपोर्ट में इस आशय का खुलासा हुआ है। दरअसल, कई बिल्डर्स और सोसायटियों ने नाले हड़प लिए। नगर निगम अब इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने जा रहा है।इनमे से 21 कॉलोनियां कोलर इलाके में हैं।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू के पास भी सरकार के माध्यम से सीवेज के लिए एक मांग पत्र भेजा जाएगा। इसके साथ ही महापौर आलोक शर्मा स्वयं केंद्रीय मंत्री से मुलाकात करेंगे। गौरतलब है कि निगम ने सीवेज प्लानिंग के लिए 1600 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया है। राशि मिलते ही इन्हीं 125 कॉलोनियों में सबसे पहले काम होंगे।
सूत्रों के अनुसार नगर निगम प्रशासन ने बिल्डिंग परमिशन शाखा से नालों पर हुए अतिक्रमण और उनका रास्ता बदलने, उन पर निर्माण करने संबंधी रिपोर्ट बुलाई है। ताकि, ऐसे बिल्डर्स पर कार्रवाई की जा सके।
महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि इस आपदा में समन्वय की कमी देखने में आई है। आगे से ऐसा न हो इसके लिए संभागायुक्त की अध्यक्षता में कोआॅर्डिनेशन कमेटी का गठन हो, जिसमें सभी विभागों के अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधि शामिल हों।
शहर में नगर निगम के साथ-साथ भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) , हाउसिंग बोर्ड, पीडब्ल्यूडी, नेशनल हाइवे, रेलवे, राजधानी परियोजना (सीपीए) सहित कई बिल्डर्स अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराते हैं। आपदा के समय इन सबमें कोआॅर्डिनेशन की बड़ी कमी है। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं उपरोक्त विभागों में समन्वय नहीं बन पाता है। इससे कई बार परेशानी खड़ी होती है। जिसका खामियाजा सबको भुगतना पड़ता है। गौरतलब है कि 17 फीसदी सड़कें शहर में निगम की हैं बाकि अन्य विभागों की हैं।