पिंजौर से 10 गिद्ध केरवा के गिद्ध संवर्द्धन-केन्द्र पहुँचे
हरियाणा के पिंजौर स्थित जटायु संरक्षण प्रजनन-केन्द्र से शनिवार को 10 गिद्ध भोपाल पहुँचे। इन गिद्धों को वन विहार भोपाल के केरवा क्वेरंटाइन में संवर्द्धन और प्रजनन के लिये रखा जायेगा। गिद्धों में 6 लम्बी चोंच वाले (Long billed vulture) और 4 सफेद पीठ गिद्ध (White back vulture) शामिल हैं। प्रजनन और संवर्द्धन के बाद गिद्धों को प्राकृतिक स्थलों पर छोड़ा जायेगा। विलुप्त प्रजाति के इन गिद्धों की संख्या अब इस केन्द्र में 30 हो गयी है।
प्रकृति के सफाईकर्मी गिद्धों की घटती संख्या विश्व में चिंता का कारण बन रही है। इनको विलुप्ति से बचाने के लिये देश में 8 गिद्ध संरक्षण और प्रजनन-केन्द्रों की स्थापना की गयी है, जिनमें भोपाल एक है। भोपाल में गिद्ध संवर्द्धन-केन्द्र की स्थापना वर्ष 2011 में हुई। वर्ष 2014 में पिंजौर के जटायु संरक्षण-केन्द्र से यहाँ 15 गिद्ध लाये गये, जिनमें 8 लम्बी चोंच वाले और 7 सफेद पीठ वाले थे। इसके अलावा छिन्दवाड़ा के तामिया से नेस्ट लिंक द्वारा 6 लम्बी चोंच वाले गिद्ध लाये गये।
मृत पशुओं से फैलने वाली महामारी की रोकथाम में गिद्धों की अति महत्वपूर्ण भूमिका है। पर्यावरण संतुलन में भी यह मददगार हैं।