भालू ने लेनी चाही बच्चों की जान
दोनों बच्चे खतरे से बाहर दिव्या परमार कोलार रोड के बोदाखो गाँव के जंगल में दो बच्चों पर भालू ने हमला कर दिया | भालू के हमले से दोनों बच्चे बुरी तरह से घायल हो गए उन्हें जे.पी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं | रविवार की दोपहर को बोदखों गाँव के बच्चे रणसिंह (१४) और दिनेश (९) अपने साथियों के साथ पास ही के जंगल में बकरिया चराने गया था | पहाड़ियों पर पहुँचते ही लगभग ३ बजे वहां की झाड़ियों में छिपे भालू ने रणसिंह और दिनेश पर हमला कर दिया | दिनेश ने अपने आप को भालू से बचा लिया और उसे थोड़ी ही चोट पहुंची | मगर भालू ने मौका देखते ही रणसिंह को अपनी गिरफ्त में ले लिया और उसकी छाती पर जाकर बैठ गया | भालू ने रणसिंह की आंख के नीचे का मांस नोच लिया रणसिंह छटपटाता रहा लेकिन भालू उसे छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था | रणसिंह के सर, पेट, पीठ और हाथों में भी काफी चोट आई हैं | रणसिंह की चीख सुनकर उसके बाकी के साथियों ने भालू पर पास में पड़े डंडे और पत्थर फेकने शुरू कर दिए | जिससे वो भालू डर कर भाग गया | बच्चों की चीखे सुनकर गाँव के लोग भी वहां पहुँच गए | रणसिंह और दिनेश को कजलिखेदा पहुंचा दिया | गाँव वालों की सुचना पर वन विभाग के बीट प्रभारी कृष्ण पाल सिंह मंडलोई भी वहां पहुँच गए और उन्होंने तुरंत ही दोनों घालय बच्चों को जे.पी अस्पताल पहुँचाया | रेंज अधिकारी सुधीर सिंह का कहना हैं की पहले ही गाँव वालों को भालू से सतर्क रहने को कहा गया हैं क्योंकि पहाड़ी की गुफाओं में भालू रहता हैं और उसे पहाड़ी में कई बार घूमते देखा गया हैं | वही गाँव वाले कहते हैं की भालू तो पहले भी घूमते देखा गया हैं मगर गाँव के लोग वहां गये और बकरी चराने जाते हैं लेकिन कभी भालू ने इस तरह हमला नहीं किया | ऐसा पहली बार ही हुआ हैं | (कोलार)