कमजोर भवन पर भारी होर्डिंग,हादसे का इंतजार
कोलार में कुल कितने अवैध होर्डिंग लगे हैं इसका जवाब सी एम ओ सत्येन्द्र धाकरे के पास भी नहीं हैं ,कोलार में अवैध होर्डिंग के व्यवसाय से जहां नगर पालिका को हर साल लाखों के राजस्व का चूना लगा रहा है, वहीं ये अवैध होर्डिंग कभी भी जानलेवा साबित हो सकते हैं हैं। जानकारों की मानें तो होर्डिंग संचालकों ने लोगों को हर महीने कुछ रुपए देने का लालच देकर नगर पालिका से परमिशन लिए बिना ही कमजोर और जरजर मकानों और बहुमंजिला भवनों पर भारी-भरकम होर्डिंग लगा दिए है। इतना ही नहीं खाली पड़े प्लाटों पर भी होर्डिंग लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा सरकारी जमीन पर भी बिना अनुमति के होर्डिंग लगाए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों की माने तो नगर पालिका के अधिकारियों की मिलीभगत होने के कारण आज तक इन अवैध होर्डिंग पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। लगातार शिकायत करने के बाद कभी-कभार नाममात्र की कार्रवाई की जाती है। दरअसल, मेन रोड पर सर्वधर्म से लेकर बैरागढ़ से चीचली के बीच सैकड़ों होर्डिंग लगे हुए है। हाल ही में हुई समीक्षा बैठक में भी अवैध होर्डिंग का मामला उठाया गया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।इस मामले में कोलार नगर पालिका के सी एम ओ का सबसे लचर और उदासीन रवैया है ,उनको जब भी इस मसले पर शिकायतें की गईं ,उनका शिकायतकर्ता से यही कहना होता है अभी दुर्घटना हुई तो नहीं है हम दिखवालेते हैं । कोलार नगर पालिका में पदस्थ सूत्रों का कहना है अवैध रूप से होर्डिंग लगाने वाली लॉबी को बीजेपी नेताओं का संरक्षण है यही वजह है की ऊपर से आई सिफारिश और पैसे के दम पर यह होर्डिंग माफिया नगर पालिका के आला अधिकारीयों को अपने इशारे पर नचाते रहते हैं और सरकार को हर साल लाखों का चूना लगा रहे हैं ।